बांसवाड़ा. जिले के कुशलगढ़ क्षेत्र में नागनाथ पुलिया पर हुए विवाद ने एक अलग ही रंग ले लिया है. जहां विवाद के बाद हेड कांस्टेबल महेंद्र नाथ (Head Constable Mahendra Nath) को मौखिक रूप से लाइन हाजिर (line-spot) करने के आदेश दिए हैं. वहीं इस मामले में विधायक और एसपी दोनों ने ही थप्पड़ मारने जैसी कोई बात से इनकार किया है. मौके पर पहुंचे सीआई प्रदीप कुमार ने भी स्पष्ट रूप से इनकार किया है कि थप्पड़ मारने जैसी कोई घटना नहीं हुई है.
बांसवाड़ा एसपी कावेन्द्र सिंह सागर (Banswara SP Kavendra Singh Sagar) ने बताया कि कुशलगढ़ में विवाद हुआ. इसके बाद मौके पर सीआई प्रदीप कुमार को भेजा गया था. उन्होंने मामला शांत करा दिया है और रिपोर्ट दी है कि थप्पड़ मारने जैसी कोई बात नहीं हुई है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मामले की जांच कुशलगढ़ डीएसपी को सौंपी गई है. इधर, फिलहाल पूरा मामला अलग रंग लेता हुआ दिखाई दे रहा है. जिसे बाद अब इस मामले को लेकर पुलिस विभाग से लेकर आमजन तक चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. इस मामले में एसपी या किसी भी अधिकारी की ओर से लिखित में हेड कांस्टेबल को लाइन हाजिर करने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है.
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यह था पूरा मामला
नागनाथ पुलिया के निकट हेड कांस्टेबल महेंद्र नाथ, एक अन्य कांस्टेबल और होमगार्ड ड्यूटी कर रहे थे. इसी दौरान एक युवक वहां से गुजरा तो उसे पकड़कर पूछताछ की गई. इस दौरान दोनों के बीच में विवाद हो गया. बताया यह जा रहा है कि दोनों के बीच में मारामारी भी हुई थी. इसके बाद युवक ने विधायक को फोन कर दिया. विधायक रमिला खड़िया मौके पर पहुंची और वहां पर विवाद को शांत कराया. मौके पर सीआई प्रदीप कुमार भी पहुंचे और उन्होंने समझाइश कर सभी को वहां से रवाना किया.
रिपोर्ट में थप्पड़ मारने के आरोप लगाए
घटना के बाद हेड कांस्टेबल महेंद्र नाथ थाने आए और उन्होंने थाने में एक तहरीर दी. इस तहरीर में आरोप लगाए हैं कि विधायक ने समझाइश के दौरान उन्हें अपशब्द कहे और थप्पड़ भी जड़ दिया. इस मामले को लेकर पुलिस विभाग की ओर से उनका कोई मेडिकल नहीं कराया गया है.