बांसवाड़ा. जिले में मंगलवार को 500 की रिश्वत के साथ एंटी करप्शन ब्यूरो के हत्थे चढ़े हेड कांस्टेबल पर्वत सिंह के बारे में अधिकारियों को गुमराह करने का मामला सामने आया है. बता दें कि पुलिस ने राज्यपाल की ड्यूटी के बाद जब चाप नदी पर रेड डालने वाली टीम में पर्वत सिंह को शामिल किया तो हथियार पुलिस लाइन में जमा कराने का बहाना बनाकर बच गया और पुलिस लाइन पहुंचकर फरियादी से रिश्वत की राशि वसूली.
दरअसल, राज्यपाल कलराज मिश्र सोमवार को गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में शामिल होने आए थे. उनकी सुरक्षा ड्यूटी में हेड कांस्टेबल पर्वत सिंह को सज्जनगढ़ से बांसवाड़ा भेजा गया. उसकी सशस्त्र टीम में ड्यूटी लगाई गई थी. राज्यपाल के जयपुर प्रस्थान के बाद पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने बजरी तस्करी करने वाले लोगों के ठिकानों पर छापा मारने की प्लानिंग तैयार करते हुए इसके लिए एक टीम गठित की.