बांसवाड़ा. लोहे के तवे बनाने का काम करने वाले एक परिवार के साथ एक मारपीट और लूट का मामला सामने आया है. आरोपियों ने परिवार को जमकर पीटा. जिसके बाद पूरा परिवार एमजी अस्पताल में भर्ती है. परिवार का आरोप है कि उनके 38000 हजार रुपये लूट लिए. हालांकि पुलिस पूरे मामले को आपसी विवाद से जोड़कर देख रही है.
पढ़ें: अजमेरः टॉयलेट सीट पर फन फैलाए दिखा कोबरा, पुष्कर पुलिस मित्र ने रेस्क्यू कर छोड़ा जंगल में
सुरवानिया निवासी पंकज ने बताया कि वह आनंदपुरी क्षेत्र में अपने कारोबार के सिलसिले में गया था. लौटने पर कुछ लोगों ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया. शेरगढ़ कस्बे से लेकर चोरड़ी चौराहे तक लगातार पीछा किया गया. फिर उनको रोक कर उनके साथ मारपीट की गई. मारपीट करने वाले 15 से 20 युवक बताए जा रहे हैं. पंकज के साथ उसका 7 साल का बेटा भी था. जिनके पास 38000 से ज्यादा नगद व अन्य सामान था जिसे लूट लिया गया.
बांसवाड़ा में परिवार के साथ मारपीट बेटे के फोन करने पर लोग मौके पर पहुंचे
पंकज के बेटे ने फोन मारपीट शुरू होने पर दूसरे लोगों को फोन करने बुलाया. पंकज का आरोप है कि उसे मृत मानकर आरोपी मौके से भाग गए थे. एमजी अस्पताल में रमेश, पंकज, मंजू और एक बच्चे का उपचार चल रहा है. पूरा मामला इसलिए भी संदिग्ध लग रहा है कि मारपीट करने का आरोप करीब 30 लोगों पर लगाया गया है.
थानाधिकारी महिपाल सिंह ने बताया कि पूरा मामला फिलहाल संदिग्ध लग रहा है. मामले की जांच की जा रही है. यदि कोई भी मामला बनेगा तो निश्चित रूप से आगे कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि दोनों पीड़ित और आरोपी एक ही समाज के हैं.
बांसवाड़ा में मॉडिफाइड लॉकडाउन के तहत कार्रवाई
11 बजे बाद भी बाजार में दुकानें खोलना और सामान देना दो व्यापारियों पर भारी पड़ गया. इसमें एक बड़ा मॉल भी शामिल है. प्रशासन सुबह से ही मुनादी करा रहा था कि 11 बजे बाद दुकान खोली जाएगी तो उसे सीज कर देंगे. बावजूद दुकानदार नहीं माने. ऐसे में खुली हुई दुकानों को सीज किया गया.