बांसवाड़ा.जिले के अंबापुरा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को खेत में काम कर रहे पिता-पुत्र पर पैंथर ने हमला कर दिया. इससे गुस्साए ग्रामीणों ने पैंथर को घेर लिया और लाठी-डंडों से तब तक पीटते रहे, जब तक उसकी मौत नहीं हो (Panther beaten to death in Banswara) गई. इधर दोनों घायलों का महात्मा गांधी अस्पताल में उपचार चल रहा है.
देव धर्म निवासी 22 वर्षीय दिलीप और उसके पिता को महात्मा गांधी अस्पताल में घायल होने के बाद शुक्रवार शाम भर्ती कराया गया. परिजनों ने बताया कि कपास के खेत में निराई का काम चल रहा था. एक तरफ पिता काम कर रहा था, तो कुछ ही दूरी पर बेटा भी काम में लगा था. अचानक से पैंथर आया और दोनों पर हमला कर दिया. चीख-पुकार सुनकर आसपास काम कर रहे दूसरे किसान पहुंचे और किसी तरह वहां से पैंथर को शोर मचा कर भगा दिया. उधर, घटना से अक्रोशित ग्रामीणों ने पैंथर को खेतों में तलाशना शुरू कर दिया. जैसे ही पैंथर नजर आया, ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से उस पर हमला कर दिया. उसे पर तब तक वार किए गए, जब तक कि उसकी मौत नहीं हो गई.
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वन विभाग में पैंथर की डेड बॉडी लाकर कराया दाह संस्कार: बांसवाड़ा रेंजर गोविंद खींची ने बताया कि जैसे ही पता चला कि पैंथर को मार गिराया गया है, तत्काल मौके पर पहुंचे और डेड बॉडी लेकर आए. पहले पशु चिकित्सालय में पोस्टमार्टम कराया गया. उसके बाद वन विभाग की नर्सरी में देर शाम दाह संस्कार कर दिया गया. फिलहाल प्रकरण दर्ज किया गया है और मामले में जांच शुरू की गई है.इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पैंथर के पांव में फैक्चर था, इसलिए वह खेत में छुपा हुआ था.