बांसवाड़ा. विद्युत निगम के निजीकरण के विरोध में कर्मचारी और अधिकारी लामबंद होते जा रहे हैं. कर्मचारी और अधिकारियों ने परस्पर एकसाथ होकर सोमवार को संयुक्त बैठक में निगम प्रबंधन के खिलाफ रणनीति पर चर्चा की और आंदोलन की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया. बैठक में तय हुआ कि 16 अक्टूबर को उपखंड मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन के साथ आंदोलन का आगाज होगा.
इस दौरान तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष भगवतीलाल डिंडोर ने इस फैसले को कर्मचारियों के साथ-साथ इसे उपभोक्ताओं के हितों के साथ खिलवाड़ बताया. साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ तो प्रबंधन कर्मचारियों से बातचीत कर उन्हें आश्वासन दे रहा है, वहीं दूसरी तरफ पिछले दरवाजे से एफआरसी के बाद एमबीसी के भी आदेश जारी कर दिए हैं. सरकार के इस कदम से अकेले बांसवाड़ा में ही निगम को प्रतिमाह करीब 25 लाख रुपए से अधिक का नुकसान होगा.