बांसवाड़ा.कोरोना महामारी को लेकर पूरी दुनिया चिंतित है. वायरस से निपटने के लिए सरकारों के साथ-साथ समाज का हर वर्ग अपने प्रयासों में जुटा है. कोई सरकार को फंड मुहैया करा रहा है तो कोई खाना. कुल मिलाकर हर शख्स मदद के लिए आगे आ रहा है. आश्रय सेवा संस्थान की निराश्रित बालिकाएं भी संकट के इस दौर में गरीब लोगों के लिए संबल बनकर आगे आई हैं. बालिकाएं गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए मास्क बना रही हैं.
वर्तमान में यहां करीब एक दर्जन छात्राएं निवासरत हैं, जिन्हें पढ़ाई के साथ-साथ जिंदगी में अपने सपने पूरे करने के लिए सिलाई की ट्रेनिंग भी दी गई थी. संकट की इस घड़ी में इन बालिकाओं ने गूगल से मास्क बनाना सीखा और अपने मिशन में जुट गईं, लेकिन आवश्यक सामग्री राह में रोड़ा बन गई.
संस्थान के संस्थापक सचिव नरोत्तम पंड्या से सभी बालिकाओं ने अपनी इच्छा जताई तो पंड्या ने व्यक्तिगत स्तर पर कपड़ा और रबर आदि की व्यवस्था करवा दी. ईटीवी भारत संस्थान पहुंचा तो बालिकाओं का समाज के प्रति जज्बा देखने लायक था. कोई मास्क के लिए कपड़े की कटाई कर रही थी तो कोई मशीन से मास्क तैयार कर रही थी. संस्थान के पास एक ही मशीन थी. ऐसे में चार मशीनें इधर उधर से जुटाई गईं.