बांसवाड़ा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को पार्टी प्रत्याशी ताराचंद भगोरा की नामांकन रैली के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान भाजपा द्वारा 70 साल के शासनकाल में कांग्रेस ने क्या किया पूछे जाने के सवाल पर उन्होंने जनता के समक्ष हिसाब रखा.
करीब 2 घंटा देरी से सभा स्थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री गहलोत ने कहां की वह हमसे 70 साल का हिसाब मांगते हैं. हमने इस देश को लोकतंत्र दिया. राजा हो या रंक सबको लोकतंत्र में सरकार चुनने का बराबर अधिकार दिया. देश आजाद हुआ तब गेहूं भी अमेरिका से आता था. आज हम इस देश को इस मुकाम पर लेकर आए हैं. धर्म और संस्कृति के बावजूद देश को एकजुट रखना यह कांग्रेस की उपलब्धि है.
लोकतंत्र में सरकार चुनने का बराबर अधिकार कांग्रेस की देनः CM अशोक गहलोत दुनिया के सर्व शक्तिमान रूस की क्या हालत है यह आपके सामने हैं. मौका मिला तो पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए वहीं आतंकवाद के खात्मे के लिए इंदिरा गांधी ने खुद का बलिदान दे दिया. सत्ता में बैठे वे लोग कहते हैं हमने क्या किया. अपने शासनकाल के दौरान इन लोगों ने केवल जुमलेबाजी की है. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी मुद्दों की बात करते हैं लेकिन भाजपा नफरत और हिंसा में विश्वास रखती है.
मुख्यमंत्री गहलोत ने पार्टी संस्थापक एलके आडवाणी को साइड लाइन किए जाने को उनके पार्टी का फैसला बताते हुए मोदी को आड़े हाथों लिया. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के साथ बांसवाड़ा मैं करीब अपने 15 मिनट के संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तो भाजपा के संस्थापक आडवाणी ने भी अपने ब्लॉग में भाजपा द्वारा नफरत की राजनीति किए जाने की पुष्टि कर दी है.
अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए गहलोत ने कहा कि हमने 25 फैसले क्रियान्वित कर दिए हैं. किसानों के कोऑपरेटिव सोसायटी और भूमि विकास बैंक संबंधी कर्ज को माफ कर दिया है वहीं राष्ट्रीय कृत बैंकों से बातचीत चल रही है. बीटीपी पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ नौजवान बहक गए हैं. नए जोश में है लेकिन जोश में होश रखना जरूरी है. पार्टी ने आदिवासियों के लिए कई काम किए हैं.
इससे पूर्व पार्टी प्रत्याशी भगोरा ने स्थानीय मसलों को उनके समक्ष रखा. जनजाति मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय सहित कई स्थानीय पार्टी नेताओं ने भी जनसभा को संबोधित किया. इससे पूर्व गहलोत करीब 2 घंटा देरी से सभा स्थल पर पहुंचे. तलवाड़ा हवाई पट्टी से त्रिपुरा सुंदरी मंदिर दर्शन के बाद सीधे सभा स्थल पर पहुंचे जहां पर पार्टी नेताओं ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया.