घाटोल (बांसवाड़ा).जिले के खमेरा को पंचायत समिति बनाने की मांग को लेकर 19 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने गुरूवार को उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. बता दें कि राज्य सरकार की ओर से ग्राम पंचायत और पंचायत समिति के पुनर्गठन में राजस्थान कि सबसे बड़ी घाटोल पंचायत समिति गनोड़ा ग्राम पंचायत को पंचायत समिति बनाकर घाटोल पंचायत समिति को दो भाग में विभाजित किया जा रहा है. जिसके बाद से खमेरा को तीसरी पंचायत समिति बनाने कि मांग ने जोर पकड़ लिया.
खमेरा को पंचायत समिति बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन जानकारी के अनुसार घाटोल पंचायत समिति के मुडासेल ग्राम पंचायत को तीसरी पंचायत समिति बनाने का प्रस्ताव चल रहा है, 0 जिसका आसपास के ग्राम पंचायतों की ओर से विरोध किया जा रहा है. गुरूवार को घाटोल पंचायत समिति के ग्राम पंचायत नरवाली, सरोदिया, डुंगरिया और कालीमंगरी सहित 19 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी दिनेश मंडोवरा को ज्ञापन दिया.
पढे़ं-सत्ता में कलम की ताकत और विपक्ष में जूते की नोंक पर काम करवाना आता है : कालीचरण सराफ
ग्रामीणों ने बताया कि घाटोल पंचायत समिति के गनोड़ा को पंचायत समिति बनाने के बाद भी घाटोल बड़ी पंचायत समिति बनी रहती है. जिसको लेकर मुडासेल को तीसरी पंचायत समिति बनानी प्रस्तावित है. बता दें कि खमेरा, नरवाली और कालीमंगरी सहित 19 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने 19 पुरानी और 7 नई ग्राम पंचायत बनाकर खमेरा को अलग से नई पंचायत समिति बनाने कि मांग की है.
उन्होंने बताया कि खमेरा सभी ग्राम पंचायतों का सेंटर प्वाइंट है और नेशनल हाइवे पर स्थित है. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार घाटोल के बाद अगर तीसरी पंचायत समिति बनाती है तो खमेरा को पंचायत समिति बनाई जाए. वहीं ग्रामीणों ने कहा कि अगर 26 ग्राम पंचायत के ग्रामीणों की मांग को सरकार स्वीकार नहीं करती है तो नेशनल हाइवे 113 पर जाम लगाया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की रहेगी.