घाटोल(बांसवाडा ).घाटोल-खमेरा थान क्षेत्र के कुंडा गांव में एक बुजुर्ग की उदयपुर में सड़क हादसे में घायल होने के बाद रविवार सुबह मौत हो गई. उसकी बेटी जब पिता के शव को अंतिम संस्कार कराने गांव गई तो पुराने विवाद को लेकर परिजनों ने शव का गांव में अंतिम संस्कार कराने से मना कर दिया. पुलिस से मदद मांगने पर पुलिस ने भी उनके विभाग का मामला नहीं होना बताकर टालमटोल करती रही.
बांसवाड़ा : सड़क पर पिता का शव लिए 6 घंटे बैठी रही बेटी, पुलिस ने नहीं बढ़ाया मदद का हाथ - बेटी
पिता के शव को लेकर एक बेटी अंतिम संस्कार के इंतजार में खमेरा माता जी के मंदिर के पास 6 घंटे शव रोड़ पर रखे बैठी विलाप करती रही. लेकिन, पुलिस ने उसकी कोई मदद नहीं की.
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जब बेटी रुपा और खेरवा सरपंच सुरमा पारगी ने खमेरा थाना पुलिस से हस्तक्षेप मांगा तो पुलिस ने अपने स्तर पर अन्तिम संस्कार कराने का कहते हुए मदद करने से इनकार कर दिया. बेटी और दामाद ने पुलिस थाने के कई चक्कर काटे लेकिन पुलिस ने कोई मदद नहीं की. जिसके चलते एक बेटी अपने पिता के शव का अंतिम संस्कार कराने के इंतजार में खमेरा माता जी के मंदिर के पास 6 घण्टे शव रोड़ पर रखे बैठी विलाप करती रही. जब देर शाम मामले की जानकारी घाटोल डिप्टी ताराराम बेरवा के पास पहुंची तो डिप्टी ने मामले को गंभीरता से लिया और मौके पर पहुंच परिजनों से समझाइश कर शव के अंतिम संस्कार के लिए राजी करवाया. इसके बाद रविवार देर शाम शव का अंतिम संस्कार हो पाया.