बांसवाड़ा. जैसे-जैसे वित्तीय वर्ष 2019-20 समाप्ति की ओर है, वैस-वैसे अजमेर विद्युत वितरण निगम का बकाया वसूली अभियान और भी तेज हो गया है. उपभोक्ताओं में करोड़ों रुपये फंसे हैं, जिनकी वसूली के लिए निगम की ओर से पूरी ताकत झोंक दी गई है. अधिकारियों को अलग-अलग टारगेट थमा दिए गए हैं. इसके लिए निगम गांव से विद्युत लाइन और ट्रांसफार्मर उतारने के फंडे का भी इस्तेमाल कर रहा है. अब तक 6000 उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट दिए गए हैं. अगले कुछ दिनों में इस अभियान में और भी तेजी आने की संभावना है.
बांसवाड़ा जिले की बकाया राशि पर नजर डालें तो एक बड़ी रकम का आंकड़ा सामने आ रहा हैं, जिन उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट दिए गए हैं, उन्हीं में 28 करोड़ 12 लाख रुपये से अधिक की राशि बकाया चल रही है. वहीं रेगुलर उपभोक्ता भी अधिकारियों के लिए चिंता का कारण बने हुए हैं, क्योंकि लगभग 48 करोड़ 75 लाख इन उपभोक्ताओं में बकाया चल रहे हैं और निगम इनके आगे बेबस नजर आ रहा है. सर्वाधिक बकाया राशि बागीदौरा आनंदपुरी गांगड़तलाई क्षेत्र की बताई जा रही है. अधिकारियों की दुविधा यह है कि बकाया राशि वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन स्टाफ के अभाव में काटना मुमकिन नहीं है. ऐसे में ऐसे उपभोक्ताओं को घर-घर जाकर उन्हें समझाने बुझाने के अलावा अधिकारियों के पास कोई विकल्प नहीं है.
जिलेभर में 7687 लाख रुपये बकाया चल रहे हैं, जबकि निगम प्रबंधन इसे हर हालत में जीरो पर लाने के प्रयासों में जुटा है. आंकड़े बताते हैं कि जिले में सरकारी विभागों में ही निगम के करीब 50 लाख रुपए बकाया चल रहा है. इनमें सर्वाधिक 20 लाख रुपए ग्राम पंचायतों के हैं. वहीं 10 लाख रुपए पुलिस डिपार्टमेंट में फंसे हैं. इसी प्रकार करीब 20 लाख रुपए सरकारी कार्यालयों पर बकाया चल रहे हैं. हालांकि सरकारी विभागों की ओर से महीने के अंत तक बकाया राशि जमा कराने का आश्वासन दिया जा रहा है. इस कारण निगम का टारगेट फिलहाल निजी उपभोक्ताओं पर ही अधिक है.
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