बांसवाड़ा.राज्य सरकार की ओर से बांसवाड़ा में मंजूर की गई कोरोना जांच लैब की तैयारियां प्रारंभ हो गई है. सिविल वर्क अंतिम चरण में है. वहीं मशीनों के आने का क्रम भी शुरू हो गया है. पहली खेप में पांच मशीनें पहुंच गई हैं, जिनमें से दो अमेरिका से आई हैं. हालांकि शेष मशीनों के आने का इंतजार किया जा रहा है. चिकित्सा कर्मचारियों को स्पेशल ट्रेनिंग के लिए उदयपुर आरएनटी मेडिकल कॉलेज भेजा गया है.
बांसवाड़ा में कोरोना लैब का सिविल वर्क अंतिम चरण में ये लैब महात्मा गांधी चिकित्सालय में स्थापित की जा रही है. अकाउंट सेक्शन को खाली कराकर उसके स्थान पर लैब को अंतिम रूप दिया जा रहा है. गत 1 सप्ताह से आरएनटी मेडिकल कॉलेज के तकनीकी अधिकारियों की देखरेख में सेक्शन का कार्य चल रहा है, जो अब लगभग अंतिम चरण में पहुंच गया है. इसके लिए पांच अलग-अलग सेक्शन बनाए गए हैं.
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सबसे महत्वपूर्ण मशीनी पार्ट का काम भी शुरू होने वाला है. फिलहाल लैब के लिए आवश्यक मशीनों के आने का दौर भी शुरू हो गया है और अब तक पांच मशीनें हॉस्पिटल पहुंच चुकी हैं. बताया जा रहा है कि लैब के लिए लगभग एक दर्जन मशीनों की आवश्यकता होगी, जिनके लिए अलग-अलग कंपनियों को ऑर्डर भेज दिए गए हैं.
इन मशीनों के आने के बाद ही आरएनटी मेडिकल कॉलेज और दिल्ली से आने वाले तकनीकी अधिकारियों की देखरेख में स्थापना का काम शुरू होगा. मशीनों के इंस्टॉलेशन में लगभग 1 सप्ताह से अधिक का समय लग सकता है. चिकित्सालय प्रशासन की ओर से संबंधित कंपनियों से संपर्क कर जल्द से जल्द मशीनें भेजने को कहा जा रहा है. लैब प्रभारी डॉ. गौरव सर्राफ सहित 6 चिकित्सकों और 10 लैब टेक्नीशियन की टीम ट्रेनिंग के लिए आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर भेजी गई है.
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मशीनों के रिस्टोरेशन और ट्रेनिंग अवधि को देखते हुए लैब के 15 से 20 जून के मध्य शुरू होने की संभावना जताई गई है. महात्मा गांधी चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. नंदलाल चरपोटा के अनुसार आवश्यक मशीनों में से 5 हॉस्पिटल पहुंच गई है और शेष के लिए संबंधित कंपनियों से संपर्क किया जा रहा है. वहीं 6 डॉक्टर और 10 लैब टेक्नीशियन को स्पेशल ट्रेनिंग के लिए मेडिकल कॉलेज उदयपुर भेजा गया है. हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द लैब शुरू हो जाए.