बांसवाड़ा. यह है खांदू कॉलोनी जो की जिले में सबसे बड़ी कॉलोनी मानी जाती है. यहां से आशीष मेहता लगातार तीन बार पार्षद का चुनाव जीते हैं. मेहता के लगातार तीन बार चुनाव जीतने में पौधों की अहम भूमिका मानी जाती है. या यूं कहे कि आशीष पर पौधों के जरिए यहां के लोगों का खूब आशीर्वाद बरसा.
कॉलोनी के वार्ड नंबर 17 से लगातार तीन बार पार्षद पद के लिए चुने गए आशीष पौधों की बदौलत आज किसी की पहचान के मोहताज नहीं रहे. कहते हैं कि 2015 में कॉलोनी में पेड़ पौधों का नामोनिशान नहीं था. गर्मी के दिनों में घर के बाहर ठहरना तक मुश्किल था यह देखते हुए मेहता ने अपने वार्ड के लिए अनूठी पहल करते हुए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की कर्मठ कार्यकर्ताओं को साथ लिया और एक कमेटी गठित की. मेहता ने सबसे पहले अपने परिवार की ओर से पहल करते हुए कमेटी को करीब सवा लाख रुपए का सहयोग प्रदान करते हुए अन्य लोगों से भी सहयोग का आह्वान किया.
देखते ही देखते कॉलोनी के लोग कमेटी से जुड़े और तन मन धन से सहयोग दिया. इस धनराशि से कमेटी के लोगों ने ट्री गार्ड और सजावटी तथा छायादार पौधों की व्यवस्था की और देखते ही देखते भयंकर गर्मी में मई 2015 के दौरान करीब 600 घरों के बाहर गड्ढा खुदवाने का काम शुरू किया. 2016 और 2017 में 200 पौधे और लगाए गए इस प्रकार खंडू कॉलोनी में करीब 1000 पौधे ट्री गार्ड से लगाए गए और कमेटी के साथ संबंधित परिवार के लोगों ने पौधों की देखरेख का जिम्मा संभाला.