बांसवाड़ा.शहर के बहुचर्चित ट्रिपल मर्डर केस में शुक्रवार को संदिग्ध माने जा रहे पति की लाश जयपुर रोड स्थित एक तालाब में तैरती मिली. पुलिस ने शव निकलवा कर मोर्चरी में रखवाया. इसके बाद पुलिस ने परिजनों की उपस्थिति में चारों शवों का पोस्टमार्टम करवाया. पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के अलावा पड़ोस के लोगों ने मोर्चरी में ही शव यात्रा सजाई और कागदी मोक्ष धाम में अंतिम संस्कार किया गया.
बांसवाड़ा ट्रिपल मर्डर केस यह है पूरा मामला...
शहर में पॉश कॉलोनी मानी जाने वाली राती तलाई में गुरुवार सुबह किराए पर रह रहे देवेंद्र शर्मा की पत्नी नीतू और उसके दो बच्चों श्वेता तथा आर्यन की खून से लथपथ लाश मिली थी. अज्ञात व्यक्ति द्वारा गला रेत कर उन्हें मौत के घाट उतारा गया था. एक ही परिवार के 3 लोगों की निर्दयता से की गई हत्या को लेकर पूरे शहर में सनसनी फैल गई. पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन मृतका का पति देवेंद्र शर्मा गायब मिला. जबकि गत रात वह घर पर ही था.
पति को संदिग्ध मानकर ही हो रही थी जांच...
ऐसे में पुलिस अधिकारी प्रमुख तौर पर उसे ही संदिग्ध मानकर चल रहे थे. धौलपुर स्थित देवेंद्र शर्मा के परिजनों को सूचना देने के बाद पुलिस की अलग-अलग टीमें इस मामले की पड़ताल में जुटी थी. पुलिस गुरुवार को दिन भर सीसीटीवी फुटेज चलती रही. वहीं आसपास के जंगल और प्रमुख जल स्त्रोतों को भी सरसरी तौर पर चेक करती रही. देर रात एक फुटेज में देवेंद्र के सिविल लाइंस की ओर जाने की पुष्टि हो गई. लेकिन उसके बाद वह कहां गया, इसका पता नहीं चल पा रहा था. क्योंकि सिविल लाइंस जयपुर रोड से जुड़ा हुआ है. ऐसे में उसके किसी बस में बैठकर जयपुर की ओर चले जाने या फिर डायलॉब तालाब में आत्महत्या किए जाने की भी आशंका जताई जा रही थी.
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दूसरे दिन सुबह इस पूरे मामले में एक नया मोड़ सामने आया. जब पुलिस को सूचना मिली कि तालाब में अज्ञात व्यक्ति की लाश तैर रही है. इसके बाद कोतवाली थाना प्रभारी मोती राम सारण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण मीणा, सहायक पुलिस अधीक्षक राजर्षि वर्मा के बाद पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सिंह सागर मौके पर पहुंचे और शव को बाहर निकाला. शव की शिनाख्त लापता पति देवेंद्र के ही रूप में हुई. पुलिस मामले की जांच कर रही है.