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Special Report : कोरोना की डरावनी तस्वीर...सैंपल हुई सबसे कम, लेकिन संक्रमण और मृत्यु दर में बांसवाड़ा पहुंचा छठे पायदान पर - corona in rajasthan

देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पिछले डेढ़ महीने से बांसवाड़ा में भी कोरोना की रफ्तार में लगातार इजाफा हो रहा है, लेकिन पिछले 1 सप्ताह की रिपोर्ट ने चिकित्सा विभाग को भी चौंका कर रख दिया है. देखिये ये रिपोर्ट...

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कोरोना की मार

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Published : Sep 6, 2020, 5:15 PM IST

बांसवाड़ा.कोरोना को लेकर बांसवाड़ा की तस्वीर दिन-ब-दिन डरावनी होती जा रही है. हालांकि, पिछले डेढ़ महीने से हर रोज मरीज बढ़ रहे हैं, लेकिन पिछले 1 सप्ताह की रिपोर्ट ने चिकित्सा विभाग को भी चौंका कर रख दिया है. अब तक के कुल रोगियों में 30 फीसदी का आंकड़ा तो पिछले 1 सप्ताह का है. अर्थात संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है.

संक्रमण और मृत्यु दर में बांसवाड़ा पहुंचा छठे पायदान पर...

चिंताजनक यह है कि यह स्थिति तो तब की है, जब प्रदेश में सैंपल लेने वाले जिलों में बांसवाड़ा सबसे अंतिम स्थान पर है. अब यदि संक्रमण पर नजर डालें तो बांसवाड़ा का नाम प्रदेश के सबसे हॉट जिलों में आ रहा है. वहीं, मृत्यु दर के मामले में भी बांसवाड़ा टॉप के जिलों में शामिल है.

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1 सप्ताह के आंकड़े बताते हैं कि जिले में 4 सितंबर तक संक्रमित लोगों की संख्या लगभग साढे़ आठ सौ तक पहुंच गई. रोगियों की संख्या में अचानक यह इजाफा 29 अगस्त के बाद सामने आया. 4 सितंबर तक इस अवधि में 250 नए रोगी आ चुके हैं. अर्थात करीब 30 फीसदी रोगी पिछले 1 सप्ताह में बढ़े हैं.

सैंपल लेने में सबसे नीचे...

चिंताजनक पहलू यह है कि बांसवाड़ा सहित जिले भर में हर दिन रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जबकि सैंपल लेने के मामले में बांसवाड़ा का नंबर प्रदेश में सबसे नीचे वाले पायदान पर है. बूंदी भी 18 हजार सैंपल के साथ बांसवाड़ा से आगे हो गया और बांसवाड़ा का स्थान तीसरे पायदान पर पहुंच गया. इसके बावजूद संक्रमण के आंकड़ों में बढ़ोतरी चिंता की बात कही जा सकती है.

4 सितंबर तक के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश का औसत 3.60 प्रतिशत माना गया है, जबकि बांसवाड़ा का संक्रमण औसत 4.36 प्रतिशत आ रहा है. संक्रमण के मामले में अलवर 8.17 के साथ सबसे टॉप पर है. वहीं, मृत्यु दर के मामलों को देखें तो राजस्थान का औसत 1.27 प्रतिशत है. जबकि बांसवाड़ा का आंकड़ा 1.80 प्रतिशत तक पहुंच गया है.

बांसवाड़ा में सैंपल हुई सबसे कम...

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2.64 प्रतिशत के साथ सवाई माधोपुर अब तक प्रदेश में टॉप बना हुआ है. कुल मिलाकर संक्रमण और मृत्यु दर के मामले में बांसवाड़ा प्रदेश में छठे स्थान पर दिखाई दे रहा है. जबकि यहां केवल लक्षणात्मक लोगों के ही सैंपल लिए जा रहे हैं. वहीं, 5 सितंबर तक मरने वाले लोगों की संख्या 15 तक पहुंच गई.

शहर में चार हॉट स्पॉट...

नए रोगियों में सबसे अधिक शहर के 4 इलाकों में रहने वाले लोग हैं. जहां संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. शहर के नागरवाड़ा, नई आबादी बाहुबली कॉलोनी और खांडू कॉलोनी सबसे अधिक रोगियों वाली बस्तियों के रूप में सामने आ रही है. इन बस्तियों में अधिकांश गली मोहल्ले कंटेनमेंट जोन में चल रहे हैं.

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प्रशासन द्वारा इन बस्तियों में डोर-टू-डोर सर्वे का काम फिर से शुरू किया गया है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वीके जैन के अनुसार जैसे-जैसे रियायतें दी गई, लोग कोविड-19 की गाइडलाइन को भूलते गए. जबकि बचाव ही कोरोना का एकमात्र उपचार है. इसी कारण लगातार रोगी बढ़ रहे हैं.

कोरोना की तस्वीर हो रही डरावनी...

Covid-19 की गाइडलाइन ताक पर...

इस अवधि में कई तीज त्योहार आए थे, 28 अगस्त को कुछ लोग प्रशासनिक पाबंदी के बावजूद मेहंदियों का जुलूस निकालने से बाज नहीं आए. पिपली चौक क्षेत्र में कुछ लोगों ने जबरदस्ती मंदिर में गणपति प्रतिमा स्थापित कर दी. हालांकि, प्रशासन ने गणेश चतुर्थी पर विसर्जन आदि का काम अपने हाथ में रखा, लेकिन फिर भी कई लोग मूर्ति विसर्जन के लिए भी पहुंच गए. दोनों ही त्योहारों पर बड़ी संख्या में लोग एक दूसरे के संपर्क में आए. ऐसे में चिकित्सा विभाग भी मान चुका है कि अगर बांसवाड़ा की जनता द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया तो यह हालात और भी विस्फोटक हो सकते हैं.

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