बांसवाड़ा. अयोध्या मामले में शनिवार को देश की सर्वोच्च अदालत द्वारा सुनाए जाने वाले फैसले के मद्देनजर जिला पुलिस हाई अलर्ट पर है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती के साथ ही शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मिश्रित आबादी वाली बस्तियों में मोहल्ला समितियां, पुलिस और प्रशासन के बीच सेतु का काम करेगी.
अयोध्या मामले में फैसला आज इसके अंतर्गत कांस्टेबल से लेकर अधिकारी तक हाई अलर्ट पर रखे गए हैं. बीट कांस्टेबल से सूचना अधिकारियों तक सभी को विशेष सतर्कता बरतने के साथ ही लोगों के साथ मिलकर हर गतिविधि पर निगाह रखने को कहा गया है. शहर में मिश्रित आबादी वाली बस्तियों को चेक किया गया है.
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जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने बताया कि यह समितियां अपने-अपने क्षेत्र में होने वाली हर सामाजिक गतिविधियों पर नजर रखने के साथ पुलिस और प्रशासन के बीच कड़ी का काम करेगी. ऐसी बस्तियों में विशेष तौर पर जाप्ता तैनात रहेगा. वहीं अन्य इलाकों में पुलिस की सामान्य गश्त रहेगी. जिला और थाना स्तर पर शांति समितियों और सीएलजी मेंबरों की बैठकों के साथ प्रभावशाली व्यक्तियों से व्यापक चर्चा की जा चुकी है.
साथ ही उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए सरकार द्वारा अलर्ट जारी होने के साथ ही हमने सोशल मीडिया पर निगरानी रखना पहले से ही शुरू कर दिया था. धारा 144 के अंतर्गत कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाली गतिविधियों को विरुद्ध किया गया है. वहीं जिन लोगों पर कारण युद्ध की स्थिति बिगड़ने का अंदेशा है, उन्हें चिन्हित कर पाबंद किया गया है.
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साथ ही पूर्व में संप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने में लिप्त रहे व्यक्तियों को मिलकर उनके विरुद्ध सीआरपीसी की धारा 108 के तहत पाबंदी की कार्रवाई प्रक्रिया में है. जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा कि फिलहाल शहर के हालात को देखते हुए हमें विश्वास है कि यहां ऐसी कोई भी अप्रिय घटनाएं नहीं होंगी. हम समाज के हर प्रमुख व्यक्ति से सहयोग लेकर शांति व्यवस्था को बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं.