बांसवाड़ा. शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर एक गांव में युवक की हत्या के मामले की गुत्थी आखिर सदर पुलिस ने सुलझा ली. घरेलू खर्च के विवाद में पिता ने अपने ही पुत्र को मौत के घाट उतार दिया. दोनों के बीच इस मामले में झगड़ा इतना बढ़ गया था कि पिता को अपने ही कलेजे के टुकड़े को मारने में जरा भी दया नहीं आई और पुलिस को गुमराह करता रहा.
मामला सदर थाना अंतर्गत रतनपुरा सुरवाणिया गांव का है. 21 सितंबर सुबह सदर पुलिस को सूचना मिली कि गांव में सुजीत नाम के एक युवक की अज्ञात लोगों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी है. सब इंस्पेक्टर रमेश कटारा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे जहां सुजीत के पिता विजेश पुत्र शांतिलाल भूरिया ने अज्ञात लोगों के खिलाफ अपने पुत्र की हत्या करने की रिपोर्ट दी.
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पिता ने दी यह रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार विजेश 20 सितंबर की रात 9 बजे घर पहुंचा और खाना खाकर फिर से गांव में चला गया. वह सुबह उठा तो अपने खाट के पास ही विजेश को मृत हालत में पाया. उसके सिर और चेहरे पर धारदार हथियार से चोट के निशान थे.
पड़ोसियों से खुला राज
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने पुलिस उपाधीक्षक प्रभाती लाल की देखरेख में थाना प्रभारी बाबूलाल मुरारिया, सब इंस्पेक्टर रमेश कटारा, एएसआई शंभू सिंह, कॉन्स्टेबल शंकरलाल मणिलाल और मान शंकर की विशेष टीम गठित की. पुलिस टीम ने अपने मुखबिर लगाने के साथ गांव के लोगों से भी पूछताछ की. साथ ही पड़ोसियों से पित-पुत्र के बीच संबंधों को लेकर पड़ताल की. इस दौरान सामने आया कि दोनों ही पिता पुत्र के बीच संबंध ठीक नहीं थे और घरेलू खर्च को लेकर शराब के नशे में दोनों के बीच आए दिन झगड़ा होता रहता था.
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20 सितंबर की रात भी पिता-पुत्र के बीच नशे में हाथापाई हुई थी. पुलिस टीम ने इस आधार पर विजेश को हिरासत में लिया और मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की जिसमें प्याज के छिलके की तरह अंधे कत्ल के इस मामले से परते उतरती गई.
डेढ़ साल पहले पुत्र ने लठमार कर पिता को बना दिया अपाहिज
पूछताछ के दौरान सामने आया कि शराब के नशे में सुजीत ने डेढ़ साल पहले लठमार कर अपने पिता का एक पांव तोड़ दिया था. उसके बाद से ही विजेश अपाहिज होकर अपने पुत्र पर निर्भर होकर रह गया था. घर खर्च को लेकर घटना की रात करीब 10 बजे दोनों के बीच हाथापाई हुई थी. उसके बाद सुजीत उसके पास ही खाट पर सो गया लेकिन विजेश को नींद नहीं आ रही थी. जैसे ही सुजीत को नींद आई विजेश उठा और दांतले से उसके सिर और चेहरे पर ताबड़तोड़ 4 से 5 वार कर दिए.
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सीआई बाबूलाल मुरारिया के अनुसार सुजीत ठंडा पड़ गया तो विजेश उठा और घर से एक खराब मोबाइल ला कर मृतक के बिस्तर में रख दिया और सुबह गांव में यह बात फैला दी कि अज्ञात लोगों ने उसके पुत्र पर हमला कर उसकी जान ले ली. मुरारिया के अनुसार विजेश को हत्या के आरोप में मंगलवार शाम गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार बरामदगी के प्रयास में जुटी है.