अलवर. शहर के एनईबी थाना अंतर्गत एक युवक के ऊपर एक बड़ी मशीन गिर गई. इस हादसे में युवक की मौके पर ही मौत हो गई (Youth dies after auto overturns). परिजन मृतक को इलाज के लिए अस्पताल में पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. इस दौरान डॉक्टरों ने मामले की सूचना पुलिस को दी. अस्पताल चौकी पुलिस व कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखा. लेकिन परिजन शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे ऐसे में अस्पताल के बाहर उन्होंने सड़क पर कई घंटे तक हंगामा किया. सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन पोस्टमार्टम नहीं कराने की जिद पर अड़े रहे.
परिजनों ने पुलिस को पोस्टमार्टम नहीं कराने के लिए लिखित में पत्र दिया जिसके बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया. कोतवाली थाना इंचार्ज महेश शर्मा ने बताया कि बख्तल की चौकी निवासी आरा मशीन संचालक बलराम यादव लोडिंग ऑटो में आरा मशीन लेकर गांव आ रहा था. दिवाकरी के पास शुक्रवार शाम को ऑटो पलट गया जिसमें बलरान सिंह की मौत हो गई.
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परिजन बलराम को अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. मृतक के परिजन शव को बिना पोस्टमार्टम के ले जाना चाहते थे. लेकिन, पुलिसकर्मी ने उनको रोक दिया. इस पर परिजन भड़क गए. उन्होंने कहा कि हम अपनी मर्जी से शव को बिना पोस्टमार्टम लेकर जाना चाहते हैं. पुलिस की ओर से रोकने पर परिजन नाराज हो गए और शव को स्ट्रेचर पर लेकर जिला अस्पताल के बाहर रोड पर आ आए. तभी वहां से कांग्रेस की रैली निकली. रैली में कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली, जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा, विधायक दीपचंद खैरिया सहित काफी संख्या में कांग्रेसी रैली में मौजूद थे. यह सब रैली में शव को देखते हुए आगे बढ़ गए.
पुलिस ने परिजनों की समझाइश की, लेकिन परिजन बिना पोस्टमार्टम शव ले जाने की जिद पर अड़े रहे. काफी देर समझाइश करने के बाद परिजन शव मोर्चरी में रखने को तैयार हुए. पुलिस ने एंबुलेंस में शव रखकर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. उसके बाद परिजनों ने पुलिस को पोस्टमार्टम नहीं कराने के लिए लिखित में पत्र दिया. जिसके बाद पुलिस ने शव परिजनों के हवाले कर दिया.