राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

अलवर: किशनगढ़बास में महिला अधिकारिता विभाग की साथिनों की मासिक बैठक, बालिका संरक्षण पर जोर

अलवर के किशनगढ़बास में महिला अधिकारिता विभाग की साथिनों की मासिक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' योजना की जानकारी दी गई. साथ ही भ्रूण हत्या को रोकने, बालिका संरक्षण और बेटियों का जन्मोत्सव मनाने के लिए विशेष जोर दिए जाने को कहा गया.

अलवर न्यूज, राजस्थान न्यूज, rajasthan news, alwar news
किशनगढ़बाश में साथिनों की मासिक बैठक आयोजित

By

Published : Oct 16, 2020, 3:20 PM IST

किशनगढ़बास (अलवर). जिले के किशनगढ़बास के पंचायत समिति सभागार में गुरुवार को महिला अधिकारिता विभाग की साथिनों की मासिक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में उप निदेशक ऋषिराज सिंघल, सीडीपीओ धनसिंह, समस्त महिला सुपरवाइजर व साथिनें उपस्थित रहीं.

इसमें ऋषिराज सिंघल ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना की जानकारी दी. साथ ही उन्होंने भ्रूण हत्या को रोकने, बालिका संरक्षण और बेटी के होने पर जन्मोत्सव मनाने के लिए विशेष जोर दिया. बालिकाओं को पढ़ाई में अग्रसर होने और समाज के विकास में अहम भूमिका निभाने पर भी उन्होंने जोर दिया है. सिंघल ने बैठक में महिला व बाल अत्याचारों को रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान की भी जानकारी दी.

साथ ही उनकी ओर से इंदिरा महिला शक्ति योजना के अंतर्गत चलाई जा रही उद्यम प्रोत्साहन योजना की जानकारी दी गई. उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत एकल महिला या SHG की ओर से नव उद्यम शुरु करने के लिए ऋण लिया जा सकता है और तीन साल तक ऋण की किश्त जमा करवाने पर ऋण पर 25 फीसदी या 30 फीसदी ऋण अनुदान दिया जाएगा.

पढ़ें:जैसलमेर : पोकरण वासियों के साथ फिर हुआ सौतेला व्यवहार...यात्रा के लिए साधन उपलब्ध नहीं

वहीं महिला सुपरवाइजर मीनल विजयवर्गीय द्वारा इंदिरा महिला शक्ति योजना के अंतर्गत चल रही शिक्षा सेतू योजना में साथिनों की ओर से करवाए गए ड्रॉपआउट बालिकाओं व महिलाओं के आवेदनों की समीक्षा की गई. उन्होंने कहा कि सभी साथिने इंदिरा महिला शक्ति की विभिन्न योजनाओं जैसे, उद्यम प्रोत्साहन योजना, महिलाओं को उद्यम के लिए ऋण, शिक्षा सेतु योजना, ड्रॉपआउट बालिकाओं व महिलाओं के लिए कक्षा 10, 12 के लिए निःशुल्क शिक्षा में महिलाओं की अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित करें.

वहीं मीनल की ओर से किशोरी बालिकाओं के लिए योजना SAG की जानकारी भी साथिनों को दी गई. जिसमें बताया गया कि यह योजना 11 से 14 वर्ष की ड्रॉपआउट किशोरी बालिकाओं के लिए है, जिसमें 10-10 बालिकाओं के समूह बनाए गए हैं.

साथ ही उनकी समय से स्वास्थ्य जांच व उन्हें पोषण, स्वास्थ्य व जीवन कौशल शिक्षा प्रदान करें. वहीं कार्यक्रम में उपरोक्त सभी शिक्षा प्रदान करने के लिए साथिनों को पुस्तके वितरित की गई. उनकी तरफ से किशोरी बालिकाओं को स्कूल से जुड़ने व प्रेरित करने के लिए साथिनों को कहा गया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details