बहरोड़(अलवर). आज कारगिल दिवस है. कारगिल का युद्ध हुए 20 साल हो गए हैं. शहीदों की याद में आज कारगिल दिवस मनाया जा रहा है. अलवर जिले से कारगिल युद्ध के दौरान तीन जवान देश की रक्षा करते अपने देश के लिए मर मिटे थे. जिसमें बहरोड़ के बसई भोपाल के सतवीर सिंह, नीमराणा के रोड़वाल से वीरेंद्र यादव शहीद हुए थे.
बहरोड के बसई भोपाल के लांस शहीद हवलदार सतवीर सिंह ऑपरेशन विजय 1999 कारगिल के दौरान डेल्टा कंपनी 11 प्लाटून नंबर 6 सेक्शन कमांडर की ड्यूटी पर तैनात थे. 28 जून 1999 की रात को उनकी सेक्शन थ्री पिम्पल तथा ब्लेक रॉक काम्प्लेक्स पर दुश्मनों के एक मोर्चे पर कब्जा करने का टास्क मिला. वह अपने मिशन पर आगे बढ़ते हुए दुश्मनों के बहुत नजदीक पहुंच गए थे. दुश्मन ने उनकी टुकड़ी को अपनी और बढ़ता देख स्वचालित हथियारों से भारी मात्रा में फायर करना शुरु कर दिया. दुश्मन के निरंतर एवं सटीक फायरिंग से सतवीर सिंह बुरी तरह घायल हो गए थे. घायल होने के बाद भी वे अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए निरंतर आगे बढ़ते रहे और अंत में उन्होंने ने अपने साथियों के साथ थ्री पिम्पल तथा ब्लैक रॉक कॉम्प्लेक्स पर कब्जा करने के लिए अपना बलिदान दे दिया.