अलवर.अलवर शहर में प्रतिदिन 90 एमएलडी पानी की आवश्यकता होती है. जबकि जलदाय विभाग महज 40 एमएलडी पानी सप्लाई कर पाता है. साफ है कि शहर की आधी से ज्यादा आबादी को पीने के पानी की कमी से जूझना पड़ता है. ऐसे में बूंद-बूंद को बचाना लोगों की जिम्मेदारी भी है और जरूरत भी. लेकिन पानी सी सप्लाई के साथ-साथ पानी बचाने का संदेश देने वाला जलदाय विभाग खुद आंखें मूंदे बैठा है.
अलवर : जलदाय विभाग के सिस्टम में ही 'लीकेज'...दफ्तर में दिन-रात व्यर्थ बह रहा पानी
अलवर जिले में आमतौर पर सालभर पेयजल संकट रहता है, लोग प्रदर्शन करते हैं, सड़क भी जाम कर देते हैं. जिले में वर्षभर लोग पेयजल की कमी से जूझते हैं, लेकिन पानी की सप्लाई के लिए जिम्मेदार जलदाय विभाग के दफ्तर में ही लीकेज से दिन-रात पानी व्यर्थ बह रहा है.
जलदाय विभाग कार्यालय में पानी दिन-रात व्यर्थ बह रहा है. विभाग के कर्मचारी अधिकारी कोई भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. दरअसल जलदाय विभाग के मनुमार्ग स्थित मुख्य कार्यालय में पीछे की तरफ पानी का टैंक बना हुआ है. टैंक में पानी पहुंचाने के लिए पाइप लगे हुए हैं. इसी पाइप से दिन-रात पानी लीकेज हो रहा है. कई दिनों तक पानी को व्यर्थ बहता देख लोगों ने इसकी शिकायत विभाग के अधिकारियों से की, लेकिन कई बार शिकायत करने के बावजूद इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
इस बहते पानी को बचा लिया जाए तो कई परिवारों की प्यास बुझ सकती है. जलदाय विभाग के पास पूरा सिस्टम मौजूद है, लेकिन लापरवाह अधिकारी लगातार बहते पानी को रोकने का कोई उपाय नहीं कर रहे हैं.