अलवर. भिवाड़ी में जैसे ही महामारी ने अपने पैर पसारे तो शहर के उद्योगपति हों या फिर सामाजिक संस्थाएं सभी ने मदद के हाथ बढ़ाए हैं. शहर में भामाशाहों की कमी नहीं है. किसी ने शहर के तमाम विभागों को सैनेटाइज किया तो किसी ने कोरोना से सुरक्षा के लिए जरूरी सामान भेंट कर इस मुहिम में अपनी सहभगिता दी.
एसआरएफ फाउंडेशन की ओर से पीएसी झीवाणा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को जरूरी उपकरण भेंट किये. फाउंडेशन की ओर से बीपी मॉनीटर, ग्लूकोमीटर, दस्ताने, N-95 मास्क, हाईपोक्लोराइड, सैनिटाइजर एवं वाटर कूलर जनसेवा के लिए प्रदान किये हैं.
पढ़ें:NHRC ने कोविड-19 महामारी में बंधुआ मजदूरों एवं प्रवासी श्रमिकों पर और परामर्श जारी किए
इस दौरान झिवाना ग्रामपंचायत सरपंच शौकत अली पीएचसी झीवाणा के डॉक्टर प्रवीण कुमार, डॉ. रजनी गुप्ता, एसआरएफ लिमिटेड के महाप्रबंधक सुरेंद्र खंडेलवाल, मेजर वाईएस परमार, भाविन पंड्या एवं सुभाष यादव कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे. भिवाड़ी मेंं एसआरएफ फाउंडेशन कोरोना काल में ईएसआईसी हॉस्पिटल और थड़ा स्थित कोविड राहत केंद्र में अनेकों मदद दे चुके हैं. भिवाड़ी में कोरोना काल में उद्योग इकाइयों व भामाशाहों की ओर से बहुत ही बड़े स्तर पर सरकार व जनप्रतिनिधयों के आह्वान पर जरूरतमन्दों की मदद की गई है जिसकी सराहना जिला कलेक्टर सहित राजस्थान के मुख्यमंत्री तक कर चुके हैं.
रींगस सीएचसी में ऑक्सीजन प्लांट का शिलान्यास
खंडेला (सीकर). जिले के रींगस कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को खंडेला विधायक महादेव सिंह ने कस्बे के बहुप्रतीक्षित ऑक्सीजन प्लांट की आधारशिला रखी गई. पालिका अध्यक्ष अशोक कुमावत ने बताया कि रींगस सीएचसी में विधायक महादेव सिंह के स्थानीय विकास निधि से स्वीकृत राशि से बनने वाले ऑक्सीजन प्लांट की आधारशिला विधायक महादेव सिंह खंडेला ने रखी. नगरपालिका के सहायक अभियंता मामराज जाखड़ ने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट 2 माह में बनकर तैयार हो जाएगा. इसके बाद प्रतिदिन यहां पर 50 सिलेंडर गैस का उत्पादन शुरू हो जाएगा. ऑक्सीजन प्लांट कोरोना मरीजों के इलाज के साथ-साथ तीसरी लहर से निपटने के लिए भी सहयोगी साबित होगा.
पढ़ें:Modified Lockdown : शर्तों के साथ राजस्थान में आज से मिनी अनलॉक! जानिए क्या खुला रहेगा और क्या बंद
होमगार्ड व सफाई कर्मियों ने दिया ज्ञापन
विधायक महादेव सिंह खंडेला को होमगार्ड जवानों ने उप केंद्र रींगस के जवानों की ड्यूटी रोटेशन प्रणाली में अनियमितता को लेकर ज्ञापन दिया. इसमें बताया कि गृह रक्षा केंद्र सीकर के अधिकारियों की मनमानी से चहेतों को नियमित ड्यूटी प्रदान की जा रही है. रींगस उपकेंद्र की स्थिति पर गौर करें तो 62 जवानों में से 15 को नियमित ड्यूटी दी जा रही है, जबकि सभी जवानों को रोटेशन प्रणाली के आधार पर ड्यूटी प्रदान करने का नियम है.
मंत्री सालेह मोहम्मद ने मरीजों को बांटे फल