भिवाड़ी (अलवर).टपूकड़ा मॉब लिंचिंग मामले को लेकर मृतक के पिता की आत्महत्या के बाद परिजनों और समाज के लोगों का विरोध जारी है. मामले में दलित समाज के प्रतिनिधि मंडल से प्रशासन की वार्ता विफल हो गई है. वहीं न्याय नहीं मिलने पर पीड़ित परिवार के सभी सदस्यों ने थाने के बाहर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है.
हरीश जाटव मॉब लिंचिंग मामला दलित समाज के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों का कहना है कि पीड़ित परिवार की मांगें पूरी नहीं होने तक विरोध जारी रहेगा. सभी 36 कौम के लोगों को इस अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा. वहीं इससे पहले दलित समाज के प्रतिनिधि मंडल के साथ प्रशासन की वार्ता विफल हो गई है.
वहीं अब मामले में न्याय नहीं मिलने पर मृतक रतिराम जाटव के परिजनों ने थाने के बाहर सामूहिक आत्मदाह करने की चेतावनी दी है. बता दें कि रतिराम जाटव के बेटे हरीश जाटव की मॉब लिंचिंग में मौत हो चुकी है. जिससे आहत हरीश के पिता ने 15 अगस्त के दिन शाम को जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी. जिसके बाद परिजन हरीश जाटव की पत्नी रेखा को सरकारी नौकरी, एएसपी नाजिम अली और डीएसपी देवेंद्र को निलंबित कर हटाने, हरीश के हत्यारों की गिरफ्तारी और एक करोड़ रुपये का मुआवजा की मांग कर रहे हैं.
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मृतक हरीश की पत्नी रेखा का कहना है कि वो न्याय नहीं मिला तो अपनी चार बच्चियों और गर्भस्थ शिशु के साथ थाने के सामने सुसाइड कर लेगी. रेखा का आरोप है कि उसके पति को पीट- पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया था. वहीं ससुर को लगातार धमकियां मिल रही थीं. जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली. रेखा का कहना है कि न्याय नहीं मिलने की स्थिति में उनके जीने का कोई मकसद नहीं रह जाएगा.