अलवर. लूट, ठगी, हत्या और महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं में अलवर पूरे देश में बदनाम है. थानागाजी में साल 2019 में पति के साथ जा रही एक युवती के साथ गैंगरेप की वारदात हुई थी. तब आरोपियों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया था.
एक बार फिर से थानागाजी में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. स्कूल में पढ़ने वाली छठी कक्षा की छात्रा के साथ स्कूल के अध्यापक, संचालक और ड्राइवर ने मिलकर गैंग रेप किया. इस घटना ने अलवर को फिर से चर्चा में ला दिया है. वैसे अलवर में महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं.
डरा देने वाले आंकड़े-
मई 2020 तक कुल 1807 मामले बलात्कार के दर्ज हुए हैं, इसी तरह से 2018 में 1741 और साल 2019 में 2298 मामले दर्ज हुए थे. 2020 में दर्ज हुए 1807 मामलों में से 342 मामलों में एफआर लग चुकी है और 445 मामलों में चालान पेश हो चुका है.
साल 2017 में प्रदेश में बलात्कार के 3305 मामले दर्ज हुए थे. 2018 में 4335 और 2019 में 5997 मामले दर्ज हुए. प्रदेश में लगातार बलात्कार की घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. साल 2020 के 5 महीने में अब तक 1807 मामले दर्ज हो चुके हैं. जबकि, मार्च महीने से प्रदेश में लॉकडाउन शुरू हो गया था. अलवर जिले में हर दिन नए मामले सामने आते हैं. सरकार की तरफ से अलवर में दो एसपी तैनात किए गए. अलवर प्रदेश का पहला ऐसा जिला है जहां दो एसपी तैनात किए गए हैं. लेकिन उसके बाद भी कोई असर नहीं दिख रहा है.
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अलवर में है तैनात है महिला एसपी-
अलवर में पहली बार महिला एसपी तेजस्विनी गौतम को लगाया गया है. जिले में महिला पुलिस अधीक्षक होने के बाद भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है. आए दिन महिलाओं के साथ होने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं तो वहीं महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं.