रामगढ़ (अलवर). एक तरफ जिले में रोजाना कोरोना महामारी से पीड़ित रोगियों की संख्या बढ़ रही है. तो दूसरी तरफ राज्य सरकार और जिला कलेक्टर के आदेश के बावजूद भी हरियाणा बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों और कर्मचारियों की ओर से लापरवाही बरती जा रही है.
रामगढ़ तहसीलदार ने सोमवार को फिर अन्तर्राजिय हरियाणा सीमा का औचिक निरीक्षण किया. निरीक्षण में पाया कि बसों में बैठे यात्री सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे थे. बसों में क्षमता से अधिक लोगों को बैठाया हुआ था. इसके अलावा यात्रियों और वाहन चालक एनटीपीसीआर जांच रिपोर्ट देखाए बिना सीमा में बेखौफ प्रवेश कर रहे हैं.
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गत दिनों जिला कलेक्टर भी बॉर्डर का निरीक्षण करने के लिए आए थे. बॉर्डर पर कार्यरत कर्मचारियों को सख्ती से ड्यूटी करने का आदेश दिए थे. एसपी ने भी रात्रि 8 बजे बॉर्डर का निरीक्षण किया था. पुलिस कर्मियों को सख्ती बरतने के आदेश दिए थे. उसके बावजूद भी बॉर्डर पर लापरवाही बरती जा रही है. चेकिंग के नाम पर कागज पूर्ति की जा रही है.
निरीक्षण के दौरान तहसीलदार घमण्डी लाल मीणा ने बताया कि राजस्थान- हरियाणा सीमा पर राज्य की सीमा में प्रवेश करने वाले वाहन चालकों से एनटीपीसीआर रिपोर्ट नहीं दिखाने वाले कई वाहनों को वापस भेजा गया. जिन गाड़ियों में ज्यादा लोग बैठे थे उनका भी चालान काटे गए. सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं करने वाले लोगों के चालान काटे गए. इसके साथ ही एक वाहन को 100 लीटर डीजल ले जाते हुए पकड़ा गया. सीमा पर मौजूद कर्मचारियों को निर्देश दिए कि बिना rtpcr रिपोर्ट देखे किसी को भी राज्य में प्रवेश नहीं करने दें.