अलवर. जिले में बढ़ती पानी की समस्या को लेकर शहर विधायक संजय शर्मा ने शुक्रवार को मिनी सचिवालय में धरना दिया. इस दौरान विधायक ने कहा कि शहर के हालात खराब हैं. उन्होंने 47 बोरिंग खोदने के लिए विधायक कोष से बजट जलदाय विभाग को दिया. लेकिन जलदाय विभाग की तरफ से अभी तक काम पूरा नहीं किया गया है. लोग परेशान हो रहे हैं. वहीं सरकार भी चुप है. विभाग के अधिकारी फोन नहीं उठाते और अधिकारियों की कोई जवाबदेही नहीं है.
शहर में बढ़ती पानी की समस्या को देखते हुए शहर विधायक संजय शर्मा ने शुक्रवार को अलवर के मिनी सचिवालय में धरना दिया. इस दौरान भाजपा के कार्यकर्ता पार्षद व नेता मौजूद रहे. विधायक ने कहा कि अलवर में लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा व लगातार अपने कार्यकाल में शुरुआत से पानी की समस्या का मुद्दा विधानसभा में उठाते रहे हैं. उन्होंने विधायक निधि कोष से शहर में पानी की समस्या को देखते हुए 47 बोरिंग के लिए 4 करोड़ से ज्यादा का बजट स्वीकृत किया. लेकिन अभी तक जलदाय विभाग ने बोरिंग नहीं खुदवाए हैं.
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उन्होंने कहा कि 47 बोरिंग खोदने के लिए एक मशीन लगी हुई है. इसलिए बोरिंग खोदने में काफी समय लग रहा है. कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों से बोरिंग मशीन की संख्या बढ़ाने की मांग की गई. लेकिन विभाग के अधिकारियों का इस और कोई ध्यान नहीं है. उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं. ऐसे में अलवर की जनता परेशान हो रही है. अलवर के बुर्जा व जयसमंद आसपास के क्षेत्र में बोरिंग खोदकर शहर में पानी सप्लाई करने के लिए भी उन्होंने विधायक कोष से बजट जारी किया. लेकिन उसके बाद भी सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया.
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उन्होंने कहा कि विधानसभा में कई बार पानी की समस्या को लेकर बहस हुई. लेकिन हर बार मंत्री व जिम्मेदार अधिकारी मामले को टाल देते हैं. उन्होंने कहा जब तक चंबल राजस्थान केनाल योजना से अलवर में पानी आता है, तब तक वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी. सिलीसेढ़ के निचले हिस्से में बोरिंग खोदकर पानी सप्लाई शहर को किया जा सकता है. लेकिन कांग्रेस के नेता व मंत्री इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. वहीं जलदाय विभाग के अधिकारी लापरवाही बरतते हैं. जनप्रतिनिधि फोन नहीं उठाते हैं. जनता परेशान हो रही है.