अलवर.थानागाजी जाने वाले रास्ते पर नटनी का बारा पर बीजेपी जिला अध्यक्ष संजय नरूका के साथ बीजेपी नेता जा रहे थे, तो उन्हें पुलिस ने रोक लिया. इसके बाद बीजेपी नेताओं ने सड़क पर बैठकर धरना दिया और पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने राजनीतिक फायदा उठाने के लिए इस प्रकरण को 7 दिन तक दबाए रखा और पुलिस को कोई कार्रवाई नहीं करने दी.
थानागाजी में राहुल गांधी को काले झंडे दिखाने जा रहे बीजेपी नेताओं को पुलिस ने रोका
अलवर जिले के थानागाजी में विवाहिता से गैंगरेप के मामले में राजनीति गरमाई हुई है. गैंगरेप पीड़िता से मिलने के लिए गुरुवार को कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी थानागाजी पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की. थानागाजी में राहुल गांधी के दौरे को देखते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी को काला झंडा दिखाने की योजना बनाई, लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया.
दरअसल, थानागाजी में राहुल गांधी के दौरे को देखते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी को काला झंडा दिखाने की योजना बनाई.अलग-अलग टीमें बनाकर भाजपा नेता गुपचुप तरीके से थानागाजी पहुंचना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस को बीजेपी नेताओं की इस योजना की भनक लग गई. इसके बाद पुलिस ने थानागाजी के चारों और रास्तों पर नाकाबंदी कर बीजेपी नेताओं को रोकना शुरू कर दिया.
गौरतलब है कि दलित महिला से गैंगरेप के मामले में पुलिस 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन इस मामले को लेकर सियासत गरमाई हुई है. इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गहलोत सरकार को घेर चुके हैं. इसके बाद राहुल गांधी आज परिवार से मिलने के लिए पहुंचे. बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया है कि गैंगरेप पीड़ित परिवार सबसे पहले कांग्रेस सरकार में मंत्री टीकाराम जूली को इस मामले से अवगत करा चुके थे. इसके बाद एसपी और अतिरिक्त जिला कलेक्टर से पीड़ित परिवार मिल चुका था. लेकिन 30 अप्रैल को एसपी के आदेश के बावजूद भी एसएचओ के द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था. भाजपा नेता का आरोप है कि 6 अप्रैल को चुनाव होने थे इसलिए मामले को दबाया गया.