अलवर. हमेशा विवादों में रहने वाले अलवर को राजस्थान की औद्योगिक राजधानी भी कहा जाता है. ऐसे में अलवर, दौसा, भरतपुर और धौलपुर में अब आयकर रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. हालांकि अब भी बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं. जो रिटर्न फाइल नहीं कर रहे हैं और टैक्स में गड़बड़ी कर रहे हैं. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही ऐसे लोगों पर कार्रवाई शुरू होगी. आयकर विभाग के हिसाब से अलवर रीजन में अलवर, दौसा, भरतपुर, धौलपुर जिला शामिल है. साल 2017-18 में इन 4 जिलों में 2 लाख 40 हजार लोगों ने आयकर रिटर्न फाइल की थी. तो वही साल 2018-19 में आयकर रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या 5 लाख 17 हजार से अधिक पहुंच गई है.
अलवर, दौसा, भरतपुर और धौलपुर में बढ़े आयकर रिटर्न फाइल करने वाले लोग - file
अलवर के सभी सरकारी विभाग राजस्व देने में नंबर वन है. प्रदेश के अन्य शहरों की तुलना में अलवर से सरकार को अधिक राजस्व मिलता है. इसी के साथ अलवर पर पूरे देश की निगाहें टिकी रहती हैं.
![अलवर, दौसा, भरतपुर और धौलपुर में बढ़े आयकर रिटर्न फाइल करने वाले लोग](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-3890705-thumbnail-3x2-jfgh.jpg)
हालांकि अभी चारों जिलों में लाखों लोग ऐसे हैं. जो आयकर की रिटर्न फाइल नहीं कर रहे हैं. ऐसे में आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया की कंप्यूटर की मदद से ऐसे लोगों का चुनाव किया जा रहा है. जल्द ही उनके खिलाफ विभाग की तरफ से कार्रवाई की जाएगी. हालांकि आयकर विभाग की साइट की मदद से लोगों को नोटिस भेजे जा रहे हैं. लेकिन कितने लोगों को नोटिस पहुंचा है. इसकी अभी तक जानकारी नहीं मिली है. आयकर विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अलवर, भरतपुर, धौलपुर और दौसा में अभी लाखों लोग ऐसे हैं जो रिटर्न फाइल नहीं कर रहे हैं.
तो वहीं हर साल करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी के मामले सामने आते हैं. लगातार आयकर विभाग की टीम और इंस्पेक्टर आयकर चोरी करने वाले लोगों के खिलाफ भी जांच पड़ताल कर रहे हैं. लेकिन अभी तक पुख्ता सबूत नहीं मिलने के कारण किसी भी बड़े संस्थान में फर्म पर कार्रवाई नहीं की गई है. अक्टूबर माह के बाद सभी जिलों में विभाग की तरफ से सर्वे की कार्रवाई शुरू होगी. तो वही उसके बाद छापेमारी कार्रवाई भी की जाएगी. सामान्य लोग जुलाई माह तक अपनी रिटर्न फाइल कर सकते हैं. नौकरी पेशा और जीरो रिटर्न फाइल करने वाले लोगों की समयावधि अभी चल रही है. तो वहीं लगातार उनकी संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है.