भिवाड़ी (अलवर). जिले के भिवाड़ी में टपूकड़ा सामुदायिक चिकित्सालय में पसरी अव्यवस्थाओं के कारण अस्पताल कम जुगाड़ अधिक नजर आता है. कुछ क्षेत्रों में तो दोबारा से लॉकडाउन के नियमों में सख्ती दिखाई देने लगी है. दूसरी ओर एक तस्वीर हम आपको दिखाने जा रहे जो ना सिर्फ डरा रही है बल्कि लापरवाही इस कदर फैली है कि वार्डों में यह अंदाजा लगाना भी मुश्किल है कि मरीज कौन है और तीमारदार कौन.
टपूकड़ा सीएचसी में अव्यवस्थाओं के कारण मरीज हो रहे परेशान अस्पताल की ये तस्वीर टपूकड़ा सीएचसी की है. यहां लापरवाही का आलम इस कदर है कि मरीजों की सेहत से भी खिलवाड़ किया जा रहा है. जहां पीने के पानी की टंकियां भी बिना ढक्कन के खुली हुई पड़ी हुई हैं. जिनमें बैक्टीरिया और फंगस बुरी तरह जमा हुआ है और वही पानी मरीजों और तीमारदारों को पिलाया जा रहा है.
सरकारी गाइडलाइन कोसों दूर तक नजर नहीं आ रही है. अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम देख कोई भी ये कहने पर मजबूर हो जाए कि यहां मरीज कम अस्पताल अधिक बीमार है. वार्ड नम्बर 15 में तो मरीजों के बेड पर लोग भरे हैं. एक बैड पर दो-दो मरीजों को ड्रिप लगाई हुई है. ऐसे में अस्पताल में बीमारी से निजात पाने की बजाए बीमारियों की सौगात अधिक लेकर घर आने की स्थिति अधिक है. यहां अस्पताल प्रभारी के अनुसार लगभग एक दर्जन डिलीवरी प्रतिदिन कराई जा रही है. लगभग पांच सौ से अधिक ओपीडी भी प्रतिदिन होती है.
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इस संदर्भ में हमने अस्पताल प्रभारी डॉ. विनोद विजय से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके पास अस्पताल परिसर में वार्डों और स्टाफ दोनों की कमी है. जिसके कारण अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम है. पीने के पानी के लिए भी दूसरी पानी की टंकी सुचारू कराई जा रही है. बहरहाल वर्तमान की बात करें तो तस्वीर पूरी तरह से डराने वाली है. अगर कोरोना की रफ्तार को देखा जाए तो शायद यहां जाना खतरे से खाली नहीं है.