अलवर. शहर के लोगों पर होली का रंग चढ़ने लगा है. बाजार होली के लिए सज चुके हैं. तो लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं. इस बीच सोमवार को डेढ़ सौ साल पुरानी परंपरा के तहत शहर के बाजारों में सेठ और सेठानी का स्वांग निकला. होली पर सेठ, सेठानी, लौहार, बाजीगर, जादूगर, साधु, डकैत आदि का रूप धारण कर लोग बाजारों में निकलते हैं. बाजारों में सेठ ऊंट पर अपनी सेठानी को लेकर घूमता है. इस दौरान ऐसी ठिठोली होती है, जिसका आनंद पूरा शहर लेता है.
होली को लेकर शहरभर में नानकशाही स्वांग निकाला गया. जिसमें सेठ-सेठानी बाजार में बकाया वसूली को निकलते हैं. सेठानी ऊंट पर बैठी शहर की रंगत देखती चल रही थी, तो वहीं सेठजी मुनीम के साथ हाथ में बहीखाता लेकर चलते हैं. होली से एक दिन पहले 150 से अधिक सालों से सेठ-सेठानी का यह स्वांग निकाला जा रहा है. सेठ-सेठानी के स्वांग में इस बार उनकी सखी भी मौजूद रही. राधा-कृष्ण का रूप धरकर आए कलाकारों ने आम लोगों और दुकानदारों पर फूल की बारिश की.
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