एक साल बाद भी नहीं सुलझी मर्डर मिस्ट्री बानसूर (अलवर).बानसूर के गांव भूपसेड़ा में गुमशुदा महिला की हत्या के 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी खुलासा नहीं हो पाया है. लापता महिला का शव 23 दिन बाद सरिस्का के जंगलों में पड़ा मिला था. जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने 45 दिन के अंदर खुलासा करने की बात भरी पंचायत में कही थी, लेकिन अभी तक मर्डर मिस्ट्री पुलिस सुलझा नहीं पाई है. सुनीता की हत्या के मामले में हाईकोर्ट ने भी पुलिस से रिपोर्ट मांगी थी.
ये था मामला :परिजनों के अनुसार बानसूर के भूपसेड़ा गांव में 17 जनवरी 2022 को सुनीता देवी (28) सुबह घूमने निकली थी और अचानक गायब हो गई. पुलिस को मामले की सूचना दी गई. लापता महिला का शव करीब 23 दिन बाद 8 फरवरी को गांव से करीब 80 किलोमीटर दूर सरिस्का के जंगलों में मिला था. महिला का एक हाथ, एक पांव कटा मिला. महिला की गर्दन भी कटी हुई थी.
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आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर महिला का शव मिलने के 5 दिन तक परिजनों ने पोस्टमार्टम नहीं होने दिया था. ग्रामीणों ने घटना को लेकर आक्रोश जताया और एक-दो संदिग्ध लोगों के नाम लेकर लिखित शिकायत पुलिस को दी गई. इसके बाद गांव में पांच दिन तक पंचायत चली. पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम, पूर्व कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया सहित अन्य अधिकारी भूपसेड़ा गांव पहुंचे थे. वहां सांसद बालकनाथ, जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राजवर्धन सिंह सहित 5 लोगों की मौजूदगी में एसपी ने 45 दिन का समय मांगा था. एसपी ने कहा था कि इस अवधि में मामले का खुलासा नहीं किया तो पीड़ित परिवार से पुलिस माफी मांगेगी.
मृतका के जेठ दिनेश यादव ने बताया कि पलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. उन्होंने बताया कि महिला के परिजन मामले की जांच जयपुर के अधिकारी से करवाना चाह रहे थे, लेकिन ये नहीं होने दिया गया. एसपी ने यही कहा कि उनकी टीम लगी हुई है, जल्दी खुलासा हो सकता है. अलवर जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्वी गौतम 7 दिन पूर्व बानसूर दौरे पर थीं. वहां उन्होंने मीडिया को बताया था कि मामले की जांच वो खुद कर रही हैं. स्पेशल टीम गठित कर दी गई है बहुत जल्दी इस हत्याकांड का खुलासा किया जाएगा. कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में पीड़ित परिवार लगातार सीबीआई या एसओजी से जांच करवाने की मांग कर रहे हैं.