अलवर. सरस डेयरी लगातार विवादों में बनी रहती है. आए दिन डेयरी से नए नए मामले सामने आ रहे हैं. कुछ दिन पहले डेयरी के एमडी के पीए दिनेश चंद्र गुप्ता के साथ पशुपालकों के विवाद का मामला सामने आया था.
जिसके बाद कई दिनों तक दोनों पक्षों की तरफ से विवाद के मामले सामने आए थे. इस घटना के बाद एमडी के पीए के खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं हुई. जिसके चलते बुधवार को बड़ी संख्या में पशुपालक डेयरी में जमा हो गए. पशुपालकों ने ड़ेयरी में जमकर हंगामा कर अपना विरोध दर्ज कराया.
अलवर सरस ड़ेयरी में अपनी मांग रखते दूध पालक पशुुपालकों ने अपना मांग पत्र डेयरी के एमडी को दिया. पशुपालकों की मांग है कि प्रबंधक के निजी सचिव को हटाया जाए और पशुपालकों को 4 प्रतिशत कमीशन दिया जाए. यही नहीं उन्होंने दूध के रेट 72 रुपए करने की मांग भी रखी. इसके अलावा पशुपालकों की मांग है कि चिरंजीवी योजना के तहत उनका निशुल्क बीमा किया जाए और सचिव कल्याण कोष की राशि को 50 लाख किया जाए. डेयरी संघ द्वारा सचिवों को पांच हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से वेतन दिया जाए. इसके अलावा भी कई अन्य मांगे पशुपालकों की तरफ से एमडी के सामने रखी गईं.
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मामले पर डेयरी के एमडी ने कहा कि पशुपालकों की मांग पर तुरंत एमड़ी के निजी सचिव दिनेश चंद्र गुप्ता को नोटिस दिया गया और उन्हें पद से हटा दिया गया है . एमडी ने कहा पशुपालकों की सभी मांगे पूरी करने के प्रयास किए जाएंगे. इस संबंध में मुख्यालय को पत्र भेजा गया है. आगामी समय में डेयरी में आने वाली पशुपालकों को कोई दिक्कत ना हो उसका भी पूरा ध्यान रखा जाएगा. अलवर सरस डेयरी का दूध गुणवत्ता में बेहतर है. अलवर का दूध दिल्ली सहित एनसीआर में सप्लाई होता है.