अलवर. जिले के बहरोड़ में गंडाला गांव के जवान अजीत यादव की पार्थिव देह का गांव पहुंचने के बाद हजारों लोगों ने अंतिम दर्शन किया. साथ ही शहीद अजीत अमर रहे के नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया. शहीद का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ गांव के सीनियर सेकंडरी स्कूल के खेल मैदान में किया गया.
राजकीय सम्मान के साथ हुआ शहीद अजीत यादव का अंतिम संस्कार इस दौरान गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी गई. शहीद अजीत यादव को उनके बड़े बेटे ने मुखाग्नि दी. शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. इस दौरान कलेक्टर इंद्रजीत सिंह, भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक अमनदीप कपूर, अलवर सांसद बाबा बालकनाथ, विधायक बलजीत यादव,बीजेपी नेता बलवान सिंह, बीजेपी नेता मोहित यादव, कांग्रेस नेता आरसी यादव ने भी पुष्प चक्र चढ़ाकर शहीद को सलामी दी.
परीजनों के अनुसार हेड कांस्टेबल अजीत सिंह सन 1994 में 204 कोबरा बटालियन में भर्ती हुए थे. हेड कांस्टेबल के शहीद होने की सूचना पर मां कमला देवी सहित परीजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. शहीद अजीत के दो बेटे हैं. उनकी शहादत के बाद से गांव में शोक की लहर छाई हुई है.
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गौरतलब है कि CRPF की कोबरा बटालियन के जवानों और नक्सलियों के बीच बीजापुर के पास 10 फरवरी को हुई मुठभेड़ के दौरान घायल हुआ गंडाला का जवान हेड कांस्टेबल अजीत गोली लगने से घायल हो गया था. सूत्रों के अनुसार बीजापुर मुठभेड़ में दो जवान मौके पर ही शहीद हो गये थे और 6 जवान बुरी तरह जख्मी हो गये थे. जिनमें से अजीत यादव पुत्र महेंद्र सिंह का उपचार के दौरान निधन हो गया.