राजगढ़ (अलवर). कोरोना काल में केंद्र और प्रदेश सरकार ने सभी तरह के आयोजनों पर रोक लगाई हुई है. जिसकी वजह से राजगढ़ कस्बे में 165 वर्षों में पहली बार जन-जन के आराध्य देव भगवान जगन्नाथ महाराज की रथयात्रा नहीं निकलेगी.
मंदिर के महंत पूर्ण दास और मदन मोहन शास्त्री ने बताया कि, परंपरा के चलते सारे कार्यक्रम कस्बे के चौपड़ बाजार स्थित जगदीश जी महाराज के मंदिर में आयोजित होंगे. आषाढ़ शुक्ल दोज को सुबह साढ़े 8 बजे दोज पूजन और ठाकुर जी को कंगन डोरा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बांधा गया. इसके अलावा अलौकिक श्रृंगार के दर्शन भी भक्तों ने किए. शाम साढ़े 7 बजे भगवान जगन्नाथ जी महाराज की महा आरती का कार्यक्रम हुआ. वहीं, 26 जून को वरमाला और कन्यादान महोत्सव और 29 जून को भगवान जगन्नाथ महाराज जी जगमोहन से निकलकर पुनः श्री मंदिर में विराजित होंगे. सात दिनों तक भगवान जगन्नाथ जगमोहन में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे.