मुंडावर (अलवर). कोरोना वायरस फैलने से रोकने के लिए किए गए देशव्यापी लाॅकडाउन के दौरान कुछ लोगों की संवेदनहीनता मजदूर वर्ग पर भारी पड़ रही है. हरियाणा से मजदूर भारी संख्या में परिवार के साथ अपने गांवों की ओर पलायन कर रहे हैं. इनमें ज्यादातर मजदूर निर्माण क्षेत्र से जुड़े हैं. रेल, बस सार्वजनिक और निजी परिवहन सेवा बंद होने से ये मजदूर पैदल ही परिवार के साथ अपने गांवों की ओर निकल पड़े हैं.
ठेकेदार और मकान मालिकों की बेरुखी से लौट रहे हैं मजदूर
असल में ये सब इन मजदूरों के ठेकेदार और मकान मालिक की लताड़ और काम की अनिश्चितता के कारण हो रहा है. ठेकेदारों और मकान मालिकों की ये बेरुखी मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों से आए सभी मजदूरों के साथ है. ये मजदूर सिर्फ शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं, वहीं कई मजदूरों ने परिवार सहित अपने गांव की ओर रुख कर लिया है. क्षेत्र के गांव अजरका, शीलगांव आदि हरियाणा बॉर्डर पर पर पिछले दो दिन से मजदूरों के जत्थे जरूरी सामान के साथ पैदल जाते हुए दिखाई दे रहे हैं.
पढ़ें-बेंगलुरु से 1200 छात्रों को लेकर राजस्थान के लिए ट्रेन रवाना, बुधवार सुबह 6:30 बजे पहुंचेगी जयपुर
रोते-बिलखते बच्चों के साथ जा रहे मजदूरों की मदद के लिए मुंडावर में नाकाबंदी कर रहे उपखण्ड प्रशासन के कार्मिक, समाजसेवी और भामाशाह आगे आ रहे हैं. मजदूर दंपति बच्चों के साथ जब मध्यप्रदेश के मुरैना सहित अन्य जिलों के लिए पैदल निकले तो क्षेत्र के गांव अजरका, शीलगांव बॉर्डर पर तैनात उपखण्ड प्रशासन के कार्मिकों ने समाजसेवी व भामाशाहों की मदद से इन मजदूरों को भोजन-पानी करवाया. इसके बाद गाड़ियों और ट्रैक्टरों के माध्यम से क्षेत्र के ततारपुर चौराहा और जिंदोली पहुंचाया. जहां से इन्हें अलवर-बहरोड़ सड़क मार्ग पर धौलपुर की ओर जाने वाले ट्रकों, ट्रोलों और केंटरा गाड़ी में बिठाकर रवाना किया गया.
किशनगढ़बास उपखंड अधिकारी और व्यापारियों की बैठक हुई आयोजित किशनगढ़बास उपखंड अधिकारी और व्यापारियों की बैठक हुई आयोजित
लॉकडाउन के तीसरे चरण में गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाइड लाइन के आधार पर उपखंड अधिकारी ने किशनगढ़बास व्यापार मण्डल के सदस्यों के साथ बैठक की. बैठक में सरकार की गाइड लाइन के आदेशों की पालना के आधार पर व्यापारियों को दुकानें खोलने की अनुमति दी गई. इस अवसर पर उपखंड अधिकारी ने सरकार की गाइड लाइन और व्यापारियों के अनुरोध पर बाजार को दो चरणों में खोलने की अनुमति दी है.
पढ़ें-मुंबई से 1200 लोगों को ट्रेन से लाया गया जयपुर, रोडवेज की बसों से भेजा घर
सभी दुकानदारों को सोशल डिसटेन्स की पालना करते हुए प्रथम चरण में 6 मई बुधवार से सुबह 7 से 11 बजे तक किराना स्टोर, पशु आहार, बुक्स स्टेशनरी, किराना, सब्जी मण्डी, दूध, बेकरी, कृर्षि संयंत्र, भवन निर्माण सामग्री, कन्फैक्शनरी आइटम की दुकानें और दूसरे चरण में कपड़े, जूते-चप्पल, मोबाइल, बर्तन, हार्डवेयर, प्लाईवुड, रंग-पेन्ट, जनरल स्टोर, गिफ्ट हाउस और ज्वैलर्स की दुकानें दोपहर एक बजे से शाम 6 बजे तक शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दी है.
नौगांवा में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों से वसूला जुर्माना नौगांवा में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों से वसूला जुर्माना
कोरोना महामारी के तीसरे चरण में सरकार ने लॉकडाउन में कुछ नियमों के छूट के चलते बाजारों में कुछ राहत बरती है. ऐसे में दुकानदार धड़ल्ले से नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. जहां एक तरफ सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन एक तरफ कुछ लोग अपने फायदे के लिए नियमों को ताक पर रखकर इन प्रयासों पर पानी फेरने से बाज नहीं आ रहे हैं.
पढ़ें-केंद्र सरकार के आदेश के बाद भी पश्चिम बंगाल की सरकार ने प्रवासियों को भेजने से किया इनकार
नौगांवा कस्बे के बाजारों में लॉकडाउन का पालन न करने वाले, बिना मास्क के मिलने और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वाले 12 दुकानदारों से जुर्माना वसूला किया गया है. दुकानदारों में एक फोटोग्राफर, एक खाद बीज, एक ज्वैलर की दुकान, 6 परचून और 3 आम नागरिक 12 दुकानदारों पर कार्रवाई करते हुए 5100 रुपये का जुर्माना वसूल किया गया.