अलवर. दलित नेता व गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवानी रविवार को अलवर के थानागाजी पहुंचे. उन्होंने गैंगरेप पीड़िता व उनके परिजनों से मुलाकात करते हुए पूरा घटनाक्रम जाना. यहां मीडिया से बातचीत में जिग्नेश मेवानी ने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में थानागाजी गैंगरेप की घटना से ज्यादा घिनौनी और दुखद घटना आज तक सुनने को नहीं मिली. और जब तक एसपी निलंबित नहीं होता, उनका विरोध जारी रहेगा.
अलवर पहुंचे जिग्नेश मेवानी ने की एसपी के निलंबन की मांग जिग्नेश ने कहा कि दुष्कर्म करने वाले आरोपी इतने बेखौफ हैं कि खुलेआम गैंगरेप की घटना को अंजाम देने के बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देते हैं और कुछ दिनों बाद वीडियो वायरल भी कर देते हैं. पुलिस व प्रशासन का इन पर कोई खौफ नहीं है. तत्कालीन एसपी ने इस मामले में ठोस कार्रवाई करना तो दूर मामला तक दर्ज नहीं किया.
उन्होंने कहा कि पूरे देश के दलित समुदाय की केवल इस समय एक ही मांग है कि अलवर एसपी रहे राजीव पचार को निलंबित किया जाए. मेवानी ने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो इसका मतलब साफ है कि प्रदेश सरकार आज भी गंभीर नहीं है. एट्रोसिटी एक्ट कानून जो बनाया गया है, वो इसलिए बनाया गया है कि इस तरह की घटनाएं नहीं हो. लेकिन अलवर में इसके बिल्कुल विपरीत देखने को मिला है. घटना होने के बाद खुद पीड़िता मामला दर्ज कराने के लिए चक्कर लगा रही है.
मेवानी ने कहा कि इस तरह की घटना को लेकर अलवर पुलिस ने चुप्पी साधे रखी और मामले को लेकर कोई भी तुरन्त कार्रवाई करना तो दूर की बात, मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया. ऐसे में इस घटना में पुलिस व सरकार सभी जिम्मेदार है. इसलिए जब तक एसपी पचार निलंबित नहीं होते, विरोध जारी रहेगा.