भाजपा ने कलेक्ट्रेट के बाहर दिया धरना अलवर.जयपुर में हुए सीरियल बम धमाकों के आरोपियों को न्यायालय ने बरी कर दिया. न्यायालय के इस फैसले ने सभी को चौंका दिया. सोमवार को अलवर में गहलोत सरकार के खिलाफ भाजपा ने धरना दिया. इस दौरान भाजपा के नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने इस मामले में ठीक से पैरवी नहीं की, इसलिए न्यायालय से सभी आरोपी बरी हो गए. उन्होंने आरोपियों को आतंकवादी कहते हुए कहा कि अगर इस तरह से आतंकवादी बरी होंगे तो देश कैसे सुरक्षित रहेगा.
जयपुर शहर में हुए सीरियल बम धमाकों में दर्जनों लोग घायल हो गए थे तो वहीं कई लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था. देश-प्रदेश की एजेंसियों ने इस मामले में जांच की और मामले से जुड़े हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया. जांच एजेंसियों में तथ्यों के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया. सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए घटना में मारे गए लोगों के परिजन फांसी की मांग कर रहे थे.
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कई साल तक न्यायालय में मामला चला. हाल ही में न्यायालय ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया है. न्यायालय के इस फैसले पर पूरा देश हैरान है तो इस पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिलीं. भाजपा इस मामले में गहलोत सरकार को घेर रही है. भाजपा के नेताओं का आरोप है कि सरकार ने इस मामले में सही से पैरवी नहीं की. इसलिए आरोपी बरी हुए हैं. इस मुद्दे को लेकर भाजपा नेताओं ने मंगलवार को अलवर कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया. काली पट्टी बांधकर बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता नेता विधायक पूर्व विधायक नजर आए.
इस दौरान प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई. पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए तो भाजपा जिला अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने कहा कि सरकार ने इस मामले में पैरवी नहीं की. सरकार की तरफ से लापरवाही बढ़ती गई, इसलिए न्यायालय ने ऐसा फैसला दिया है. इस संबंध में भाजपा की तरफ से राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी दिया गया, जिसमें आरोपियों के खिलाफ सख्त सजा की बात कही गई.
भाजपा नेताओं ने कहा कि अगर बम धमाके के आरोपी इस तरह से जेल से रिहा होंगे तो देश में कानून नाम की कोई चीज नहीं बचेगी. उन्होंने बम धमाके के आरोपियों को आतंकवादी संबोधित करते हुए कहा कि जिन आतंकवादियों ने लोगों की जान ली व बेरहमी से धमाके किए. उनको फांसी की सजा होनी चाहिए थी. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा तो जिला प्रशासन को राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया गया. कई घंटे तक चले हंगामे के बीच भाजपा कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. इस दौरान जिलेभर से आए भाजपा के कार्यकर्ता व नेता मौजूद रहे.