अलवर. गैंग ने अलवर में आठ वारदातों को अंजाम दिया है. पुलिस ने गैंग के तीन बदमाश आसम खान (25), बंटी उर्फ महेश (24) और लोकेश को गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने 40 हजार नकद, एक पिस्टल, एक देसी कट्टा और 12 बोर बंदूक के साथ 20 कारतूस बरामद किए हैं. यूपी में लूटी गई ब्रेजा कार भी बरामद की गई है. आरोपी बंटी ने बताया कि वह स्थानीय सरपंच, जो रिश्तेदारी में आते हैं और उसका चचेरा भाई पुलिस में हैं. उसके फार्म हाउस में रुके थे. एसपी ने स्थानीय स्तर और मिलीभगत होने की संभावना को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं.
पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने इस मामले में जांच कराने की बात कही है. पकड़े गए एक आरोपी के रिश्तेदार का फार्म हाउस था. जहां से मालाखेड़ा पुलिस ने इनको पकड़ा है. इस मामले में एक पुलिसकर्मी का भी नाम सामने आ रहा है और फार्म हाउस के मालिक पूर्व सरपंच और पुलिसकर्मी रिश्तेदार बताए और ये एक बदमाशों ने भी कबूल की है की फार्म हाउस का मालिक पूर्व सरपंच उनका रिश्तेदार है. इस गठजोड़ के उजागर होने के बाद अलवर में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया.
वाहन चोर और अवैध हथियार रखकर फायरिंग करने वाली गैंग का पर्दाफाश मालाखेड़ा थाना पुलिस ने अलवर शहर में बढ़ती चेन लूटने की घटनाओं के मद्देनजर मंगलवार रात नाकेबंदी के दौरान तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. जबकि दो बदमाश भागने में सफल हो गए. बदमाशों ने अपने बचाव में पुलिस पर फायरिंग भी की. पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने बताया कि अलवर में 10 दिनों में 8 चेन लूट की वारदात हो चुकी है. इसके बाद अलग-अलग टीम गठित की गई और टीमों ने भरतपुर, अलवर और मथुरा की कई स्थानों पर दबिश दी. मंगलवार रात को सूचना मिली कि एक लाल रंग की ब्रेजा गाड़ी मालाखेड़ा की तरफ भाग रही है.
पुलिस नाकेबंदी के दौरान गांव चांद पहाड़ी में जयकिशन सरपंच के फार्म हाउस से उस गाड़ी को बरामद किया. पकड़े गए बदमाशों ने अपना नाम आसम पुत्र गुज्जी मेव निवासी रुंधखोह भरतपुर बताया. इसके पास से एक लोडेड पिस्टल और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. उसके बाद पुलिस ने बंटी उर्फ महेश पुत्र बच्चू सिंह गुर्जर निवासी रायपुर थाना को भरतपुर एवं लोकेश उर्फ अमित पुत्र कुशाल सिंह जाट निवासी नगला मोहरा थाना वृंदावन उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया है. मुलजिम बंटी उर्फ महेश के कब्जे से एक लोडेड कट्टा और 20 कारतूस तथा लोकेश के कब्जे से 315 बोर की लोडेड पूना और 20 कारतूस बरामद किए हैं.
पुलिस ने बताया कि मथुरा यूपी निवासी जगराम पुत्र रमेश गुर्जर और भरतपुर के पसोंपा निवासी सुरेश पुत्र मक्खन गुर्जर फरार हो गए, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उनके कब्जे से एक कार बरामद की है. जो 23 जुलाई को आगरा के पास सिकंदरा से लूटी थी और कार के मालिक से लूटा गया मोबाइल और मुलजिम द्वारा प्रयोग में लाए गए तीन मोबाइल तथा 40 हजार की नकदी बरामद की है. अधीक्षक ने बताया कि लोकेश के खिलाफ राजस्थान, हरियाणा और यूपी में चोरी, लूट और डकैती व एनडीपीएस एक्ट के दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं. ये उत्तर प्रदेश के पंजीकृत गैंग लीडर हैं. बंटी के खिलाफ भी राजस्थान, हरियाणा में लूट और चोरी के मुकदमें दर्ज हैं. इसी तरह आसम के खिलाफ भी इन्हीं तीनों राज्यों में लूट के मुकदमें दर्ज हैं.
उन्होंने बताया कि अलवर में 10 दिन के अंदर 8 चेन लूट की वारदात हुई थी, जिसमें जो चेहरे सामने आ रहे हैं. वही बदमाशों से मिलते हुए है. इनको बापर्दा गिरफ्तार किया गया है और शिनाख्त कराई जाएगी. हर वारदात में नया व्हीकल यूज करते थे और ज्यादातर वाहन लूटे हुए थे. अलवर में इन बदमाशों को 27 बार आना जाना पाया गया है. अभी यह बात सामने नहीं आई है कि यह रात में अलवर में रुके हैं. लेकिन यह बात सामने आई है कि एक बदमाश का रिश्तेदार अलवर में है और जो भी आरोपी है. उन आरोपों की जांच की जा रही है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आसिफ के खिलाफ अलवर के खेरली में डंपर लूट का मुकदमा दर्ज है और गैंगस्टर लोकेश के खिलाफ 38 लाख की लूट का भी मामला दर्ज है. फार्म हाउस से इनको गिरफ्तार किया गया है. वह पूर्व सरपंच जय किशन का है, जिसमें एक आरोपी इस बात को कह रहा है कि जय किशन मेरा रिश्तेदार है. लेकिन जयकिशन ने अपने किसी भी परिचित होने के दावे से इंकार किया है. पूछताछ में पूर्व सरपंच जयकिशन ने इस बात को तो कबूल किया की वह सुबह जल्दी जागता है और एक गाड़ी में ये लोग आए और उससे हुक्का मांगा. वह हुक्का लेने के लिए जैसे ही अंदर से बाहर आया तो ये लोग चारपाई पर सो गए. इसमें एक सिपाही की भूमिका भी सामने आ रही है और वह सिपाही पूर्व सरपंच जयकिशन के परिवार का बताया. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी और इनके फोन कॉल डिटेल की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. इस मामले को हर एंगल से जांच की जाएगी और जो भी आरोपियों के पनागर होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
अधीक्षक ने बताया कि अभी इस बात का पता नहीं चला है कि इन्होंने चैन कहां बेची है और पूछताछ की जा रही है. ये लोग आदतन अपराधी हैं और वारदात करने के बाद भरतपुर गोवर्धन मथुरा की तरफ निकल जाते थे. यह बदमाश दिन में दो-दो बार भी अलवर आए हैं. एक बार वारदात करने के बाद भी भाग जाते थे. फिर शाम को दूसरी वारदात करने आते थे, फिर भाग जाते थे.