अलवर.जिलानगर परिषद में रविवार को एक सम्मान समारोह हुआ. वैसे तो अनेकों सम्मान समारोह होते हैं लेकिन यह कार्यक्रम अन्य से खास था. क्योंकि इसमें उन लोगों का सम्मान किया गया जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरों का कचरा उठाया. जिन लोगों को अपनों ने छोड़ दिया उन लोगों का इन कर्मचारियों ने पूरे विधि विधान से अंतिम संस्कार किया. सम्मान पाकर सफाई कर्मी भी खासे खुश नजर आए.
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच लगातार लोगों की जान जा रही थी। ऐसे में अंतिम संस्कार प्रक्रिया में खासी दिक्कत हो रही थी. लोगों को लकड़िया नहीं मिल रही थी. जगह का भी अभाव हो रहा था. संक्रमण के डर से कुछ लोग अपने परिजनों का अंतिम संस्कार तक नहीं कर पा रहे थे. ऐसे में सरकार की तरफ से नगर परिषद को अंतिम संस्कार कराने की जिम्मेदारी ली. अलवर नगर परिषद की तरफ से सरकार के आदेश के बाद 24 कर्मचारियों की एक टीम बनाई गई जो 24 घंटे लगातार सभी शमशान घाट पर तैनात रहती थी.
नगर परिषद में कंट्रोल रूम शुरू किया गया. इस पर सूचना मिलने के बाद विशेष एंबुलेंस से कोरोना संक्रमित मरीज का शव श्मशान घाट लाया जाता था. उसके बाद विधि विधान से उसका अंतिम संस्कार किया जाता था. नगर परिषद की टीम ने बड़ी संख्या में लोगों का अंतिम संस्कार किया. अंतिम संस्कार के अलावा कई लोगों ने तीया करने से भी मना कर दिया. ऐसे में नगर परिषद की टीम ने अंतिम संस्कार के बाद उसकी हड्डियों को चुना व सुरक्षित जगह पर रखवाया.
इस दौरान कुछ लोगों के परिजन विदेशों में फंसे हुए थे उन लोगों का विधि विधान से परिजन बनके नगर परिषद के सफाई ने अंतिम संस्कार किया. ऐसे में सभी सफाई कर्मियों का नगर परिषद में रविवार को सम्मान किया गया. इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली, नगर परिषद सभापति बीना गुप्ता, नगर परिषद कमिश्नर, विधायक साफिया खान सहित कांग्रेस के पदाधिकारी व नगर परिषद के अधिकारी पार्षद मौजूद रहे.