राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

अलवर में हुई मानसून की पहली बारिश, चारों तरफ जलभराव से लोग हुए परेशान

बुधवार को जिले में मानसून की पहली बारिश हुई है. जहां बारिश से लोगों को राहत मिली है तो वहीं दूसरी तरफ चारों ओर पानी भरने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा. मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी बारिश होने की चेतावनी दी है.

अलवर न्यूज, राजस्थान न्यज, rajasthan news, alwar news
अलवर में हुई मानसून की पहली बारिश

By

Published : Jul 8, 2020, 7:11 PM IST

अलवर.जिले में बुधवार को मानसून की पहली बारिश हुई है. जहां दोपहर में एक बजे के करीब मौसम में बदलाव देखने को मिला, उसके बाद तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हुई. वहीं बारिश होने के बाद तापमान में भी गिरावट आई है. मौसम विभाग के अनुसार लगातार आगामी दिनों में भी बारिश की संभावना जताई गई है.

अलवर में हुई मानसून की पहली बारिश

बता दें कि राजस्थान के कई हिस्सों में बारिश की शुरुआत हो चुकी है. वहीं मौसम विभाग की ओर से इस बार यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बीते सालों की तुलना में इस बार ज्यादा बारिश होने की संभावना है. हालांकि अलवर ऊंचाई पर बसा हुआ है, ऐसे में तेज बारिश होने से भरतपुर व आसपास के निचले हिस्से में बाढ़ जैसे हालात हो सकते हैं.

वहीं बुधवार को दोपहर में 3 बजे के आसपास अचानक तेज हवा के साथ बारिश शुरू हुई और करीब 2 घंटे तक बारिश का दौर चला. इससे अलवर शहर व आसपास क्षेत्रों में जगह-जगह पर पानी भर गया. वहीं अलवर के लोगों को आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

पढ़ें:अलवर-मेवात में शरण ले सकता है UP का मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे

बता दें कि अलवर के शहरी क्षेत्र में बिजली घर का चौराहा, भगत सिंह सर्किल, एसएमडी सर्किल, गायत्री मंदिर रोड, अशोका टॉकीज, अंबेडकर सर्किल सहित तमाम जगहों पर भारी बारिश का पानी जमा हो गया है. वहीं तेज बारिश होने से तापमान में 4 से 5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है. मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है.

हालांकि इस बार सिंचाई विभाग सहित अन्य विभागों की तरफ से कई नहर व बांधों की सफाई कराई गई है. वहीं इस बार देखना होगा कि बारिश में नहर व बांध में कितना पानी आता है. बता दें कि इस बार तेज बारिश होने के कारण कई बांधों में पानी आने की संभावना है. क्योंकि बीते कुछ सालों से अलवर में सामान्य से कम बारिश दर्ज की जा रही है. ऐसे में कई बार सूखे भी पड़े हैं तो वहीं लगातार बारिश कम होने से भूमिगत जल स्तर में भी गिरावट आई है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details