बहरोड़ (अलवर).राजस्थान हरियाणा बॉर्डर पर कई दिनों से किसान संगठन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. रविवार को भारतीय किसान यूनियन एकता संगठन से जुड़े किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ हरियाणा की सीमा में प्रवेश कर गए. ये किसान दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर जाने की तैयारी में हैं.
हरियाणा सीमा में किसानों ने की एंट्री टिकरी बॉर्डर से किसान नेता शिंगारा सिंह मान, मनजीत सिंह, जगदेव सिंह, गुरुप्रीत सिंह लुधियाना के नेतृत्व में किसान शाहजहांपुर बॉर्डर पर पहुंचे, जहां हरियाणा प्रशासन की तरफ से बैरिकेटिंग की हुई थी. पुलिस ने पहले तो किसानों को एंट्री से रोक दिया लेकिन बाद में उन्होंने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ उन्हें हरियाणा में एंट्री करने दी. फिलहाल किसान रेवाड़ी के पास बावल में डेरा डाले हुए हैं.
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भारतीय किसान यूनियन एकता से जुड़े 1100-1200 किसान 325 ट्रैक्टर, 30 अतिरिक्त ट्रॉलियों, 40 छोटी गाड़ियों, 1 टाटा 407 से टिकरी बॉर्डर से शाहजहांपुर हरियाणा बॉर्डर पर पहुंचे. पीयूसीएल की अध्यक्ष कविता श्रीवास्तव के नेतृत्व में 30-35 महिलाएं और राजस्थान महिला कामगार यूनियन जयपुर से 30-35 महिलाएं किसानों के समर्थन में शाहजहांपुर पहुंची और किसानों को समर्थन दिया.
कविता श्रीवास्तव ने कहा कि वो 6 जनवरी को अपनी साथी महिलाओं के साथ दिल्ली के लिए निकलेंगे. तब तक वो शाहजहांपुर में ही आंदोलन करेंगे. जीकेस किसान संगठन के रणदीप सिंह राजू के नेतृत्व में लगभग ढाई सौ से अधिक किसान 25-30 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और निजी वाहनों से संगवाड़ी बावल की तरफ गए.