अलवर.सरिस्का में लगातार बाघों का कुनबा बढ़ रहा है. यहां इस समय 10 बाघिन, 6 बाघ, व 7 शावक हैं. शिकार के लिए बदनाम सरिस्का में कुछ समय से लगातार बाघों का कुनबा बढ़ रहा है. यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. ऐसे में अब इसे बदनाम करने की साजिश की जा रही है.
सरिस्का एक बार फिर से पुराने रंग में लौटने लगा था. इस बीच सोशल मीडिया पर एक माह पुराना मामला बताते हुए अधिकारियों ने बाघ एसटी6 की मूंछ काटने के आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर एक पत्र और बाघ की फोटो वायरल हो रही थी. साथ ही रणथंभोर टाइगर रिजर्व चार बाघ गायब हो गए. लंबे समय से उनके पगमार्क नहीं मिल रहे हैं. सरकार व प्रशासन की तरफ से रणथंभोर मामले की जांच पड़ताल कराने की जगह सरिस्का की अफवाह वाली झूठी खबर के जांच के निर्देश दिए. सूत्रों की माने तो सरिस्का को बदनाम करने की साजिश हो रही है. अधिकारियों में आपसी टशन या ये कहें खींचतान का खामियाजा सरिस्का को उठाना पड़ रहा है.
सूत्रों की माने तो सरिस्का लगातार चर्चा में बना हुआ था. यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ रही थी. ऐसे में बीते सालों में सरिस्का में रहे अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे. खुद को बचाने के लिए आला अधिकारियों की तरफ से यह पूरा खेल खेला गया है. हालांकि इस मामले में कोई सत्यता नहीं है. सोशल मीडिया पर जो पत्र वायरल हो रहा है. उसमें शिकायत करने वाले कर्मचारी ने खुद का नाम फोन नंबर व अन्य जानकारी साझा नहीं की. इसलिए साफ है कि कहीं ना कहीं अधिकारियों व सरिस्का को बदनाम करने के लिए मनगढ़ंत कहानी सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही है.