अलवर. जिले में कोरोना वैक्सीन लगने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. कोरोना वैक्सीन के लिए अलवर में 7 केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 2 निजी अस्पताल भी शामिल हैं. राजीव गांधी सामान्य अस्पताल से कोरोना वैक्सीन लगने की प्रक्रिया शुरू हुई. इस दौरान सबसे पहले वैक्सीन लगवाने वाले लोगों ने ईटीवी भारत से अपने अनुभव साझा किए. वैक्सीन लगवाने के दौरान लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला. इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग वैक्सीन लगवाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हुए नजर आए.
डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों ने साझा किया अपना अनुभव बता दें कि राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में वैक्सीन कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जो कि सुबह 11 बजे जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया सहित सभी प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान सबसे पहले अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील चौहान ने वैक्सीन लगवाई. उसके बाद कंप्यूटर ऑपरेटर, दवा खिड़की पर काम करने वाली महिला स्टाफ और एक नर्सिंग ट्यूटर ने वैक्सीन लगवाई. वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों में खासा जोश देखने को मिला.
इसके साथ ही दोपहर तक 80 से अधिक लोग वैक्सीन लगवा चुके थे. वैक्सीन के लिए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की तरफ से बेहतर इंतजाम किए गए. वैक्सीन लगवाने के बाद सभी को आधे घंटे के लिए अलग कमरे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठाया गया. वैक्सीन लगवाने वाले लोगों ने ईटीवी भारत से अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगवाना एक बेहतर कार्य है. इसमें सभी को आगे आकर वैक्सीन लगवानी चाहिए.
पढ़ें:दर्द रहित है कोरोना का टीका, जोधपुर में 9 जगहों पर शुरू हुआ टीकाकरण
साथ ही वैक्सीन लगवाने वाले लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला. लोगों ने केंद्र सरकार पर प्रदेश सरकार का धन्यवाद देते हुए कहा कि सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग के फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन लगाई गई है. इसके लिए सरकार का धन्यवाद साथ ही सभी लोगों को निशुल्क वैक्सीन मिलेगी. इसका भी लोगों ने सरकार का आभार जताया. लोगों ने कहा कि वैक्सीन लगने से पहले थोड़ी घबराहट हुई थी, लेकिन वैक्सीन लगने के बाद से खुश हैं. कुछ ने कहा कि इस पुनीत कार्य में सबसे पहले उनका नंबर आया. इससे वह खुश हैं. वही, कुछ लोगों ने कहा कि पहले दिन सबसे पहले वैक्सीन लगवाने के लिए वो खासे उत्साहित हैं. वैक्सीन लगवाने के बाद अच्छा फील कर रहे हैं.