अलवर: बच्चों और प्रसूताओं को गंभीर बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण किया जाता है. बच्चों को जन्म के बाद डिप्थीरिया, खसरा, चिकन पॉक्स जैसी हाई रिस्क बीमारी से बचाया जा सके. इसके लिए समय-समय पर अभियान चलाए जाते है. जिले में वंचित बच्चों को टीके लगाने के लिए मिशन इंद्रधनुष अभियान शुरू किया गया. इसमें बच्चों और प्रसूताओं को टीके लगाए गए. दरसअल बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सभी ब्लॉक सीएमएचओ अधिकारियों से हाई रिस्क क्षेत्रों का प्लान बनाकर भेजने के निर्देश दिए थे.
इसमें डॉक्टरों की ओर से प्लान बार-बार बदलने के कारण पोर्टल फ्रीज हो गया. इस मामले में जिले के 14 ब्लॉक सीएमएचओ को नोटिस जारी किया है. साथ ही ब्लॉक के चिकित्सा अधिकारियों ने वंचित बच्चों गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के लिए रिकॉर्ड में प्लान की खानापूर्ति कर ली. जहां बीमार बच्चे मिल चुके है. उन एरिया को अभियान में शामिल ही नहीं किया गया. ऐसे में साफ है कि अलवर में टीकाकरण में बड़ी लापरवाही हो रही है. केवल कागजों में टीकाकरण हो रहा है.