अलवर. जिले में मॉब लिंचिंग और गौतस्करी की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही हैं. सोमवार को अलवर के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के नयना गांव में लोगों को गौ तस्करी की सूचना मिली. इस पर बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और गौ-तस्करों को घेर कर पीटने लगे. इसी दौरान गौ-तस्कर लोगों के चंगुल से बचकर भागने लगे.
गौ-तस्करों को भीड़ ने पीटा जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह करीब 4 बजे के आसपास गौ-तस्करों की गाड़ी अनियंत्रित होकर एक मंदिर में जा घुसी. इस घटना में 4 गोवंश की मौत हो गई. जबकि तीन गोवंश जिंदा है. इसमें दो गौ तस्कर भी घायल हुए हैं. जिन्हें उपचार के लिए अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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थानाधिकारी सज्जन सिंह नेहरा ने बताया कि गोकशी के लिए गोविंदगढ़ से सीकरी होते हुए हरियाणा की तरफ जा रहे तस्करों की सूचना लोगों को मिली. जिसपर लोगों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. इसी दौरान गौ-तस्करों की गाड़ी अनियंत्रित होकर मंदिर की दीवार में घुस गई. घटना के बाद से लगातार क्षेत्र में तनाव का माहौल है. लोगों का आरोप है कि गौ-तस्कर खुलेआम तस्करी करते हैं और लोगों पर हमला करते हैं.
इसमें भरतपुर के सीकरी निवासी शकील और नूह मेवात निवासी जहीर गंभीर रूप से घायल हो गए. जिन्हें इलाज के लिए अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने खासी मशक्कत के बाद गौ तस्करों को गाड़ी से बाहर निकाला. वहीं, गोवंश को पास की गौशाला में ले जाया गया है. गौ तस्करों के परिजनों का कहा है कि उनके साथ मारपीट हुई है. यह लोग गाय पालने के लिए लेकर जा रहे थे. पुलिस ने कहा कि फर्जी रवन्ने से गौ तस्कर तस्करी करते हैं. इस घटना में भी तस्करों के पास मौके पर कोई प्रबंध नहीं मिला है.