अजमेर. जिले में कोरोना की दूसरी लहर के चलते पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसको देखते हुए आगामी दिनों में चेटीचंड, रामनवमी और महावीर जयंती के पारंपरिक जुलूस पर रोक लगने की आशंका थी लेकिन गुरुवार कलेक्ट्रेट सभागार में हुई प्रशासनिक बैठक में तीनों ही पर्व पर निकलने वाले पारंपरिक जुलूस को सशर्त स्वीकृति मिल गई है. बैठक में पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी सहित विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री व अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि जब विशेष समुदाय के लोगों को धार्मिक आयोजन की मंजूरी मिल सकती है. ऐसे में अन्य समाज के लोगों को भी अपने पर्व पारंपरिक रूप से मनाने की स्वीकृति मिलनी चाहिए. हालांकि, इस दौरान कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चेटीचंड रामनवमी और महावीर जयंती के जुलूस की स्वीकृति देने से पहले काफी चर्चा हुई. ईटीवी भारत के साथ बातचीत में देवनानी ने बताया कि चेटीचंड, रामनवमी और महावीर जयंती के पर्व पर पारंपरिक जुलूस सशर्त अनुमति मिल गई है. जुलूस में शामिल होने के लिए लोगों को 2 दिन पूर्व कोरोना की जांच करवानी होगी. इसके लिए प्रशासन ने विशेष शिविर भी जांच के लिए लगाने की बात कही है. जुलूस के आयोजन में शामिल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कोरोनागाइडलाइन की पालना करनी होगी.