बहरोड़ (अलवर).नीमराणा में रिक्को एरिया में बने एमजी पोली प्लॉस्ट कंपनी में मजदूर की मौत को लेकर परिजनों ने प्रदर्शन किया. मामले की सूचना मिलते ही नीमराणा डीएसपी महावीर सिंह शेखावत और थाना प्रभारी गौरव प्रधान सहित पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा.
मृतक के परिजनों ने कहा कि मृतक की मौत कंपनी परिसर में हुई है. इसलिए मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा मिलना चाहिए. लेकिन सोमवार देर रात तक कंपनी प्रबंधन और मृतक के परिजनो में वार्ता चली और रात 10 बजे उचित मुआवजा देने की बात पर सहमति बनने के बाद मृतक के शव को मोर्चरी में रखवाया गया.
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नीमराणा थाना प्रभारी गौरव प्रधान ने बताया कि सोमवार की दोपहर को एमजी पोली प्लॉस्ट कंपनी के मजदूर की लोडिंग करते समय सामान गिरने के बाद उसकी मौत हो गई. उसके बाद परिजनों ने मुआवजे की मांग की, इस पर दोनों पक्षों की सहमति बन जाने के बाद शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया है. मंगलवार सुबह मृतक का अंतिम संस्कार किया जाएगा. इस दौरान मुंडावर विधायक मंजीत चौधरी, केजी कौशिक श्रम विभाग, नीमराणा डीएसपी महावीर सिंह शेखावत सहित अन्य लोग मौजूद रहे.
कर्मचारियों को बाहर निकालने के मामले में मामला दर्ज
नीमराणा पंचायत समिति में सरपंचों के जरिए मेन गेट पर ताला लगाने सहित कर्मचारियों को बाहर निकालने के मामले बीडीओ ने नीमराणा पुलिस थाने में मामला दर्ज करवा दिया है. थाना प्रभारी गौरव प्रधान ने बताया कि सोमवार को नीमराणा बीडीओ राजेश पवार ने राजकार्य में बांधा, कर्मचारियों को बाहर निकालकर धमकाने का मामला दर्ज कराया है. इसमें नीमराणा सरपंच संघ अध्यक्ष उमाशंकर यादव सहित करीब 20 सरपंचों पर राजकार्य में बांधा, कर्मचारियों को धमकाने का मामला दर्ज कराया गया है. इसमें पुलिस ने मामला दर्जकर लिया है और मामले की जांच में पुलिस जुट गई है.
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वहीं सरपंचों ने सरकार पर आरोप लगाया कि पिछले एक साल से कोई भी मद का पैसा नहीं आया है. ताकि सरपंच गांवों में विकास करवा सकें. साथ ही उनके अधिकार छीन लिए हैं. नीमराणा में बीडीओ नहीं होने से काफी दिक्कतें हो रही हैं.
कर्मचारियों को बाहर निकालने के मामले में मामला दर्ज गौरतलब है कि राज्य सरकार ने सरपंचों को दिए अधिकारों को वापिस लेने से नाराज सरपंचो ने नीमराणा पंचायत समिति पहुंच कर विरोध जताया था, जिसके बाद सभी सरपंचों ने एकजुट होकर पंचायत समिति के मुख्य द्वार पर ताला लगाया था.