अलवर (भिवाड़ी).जिले के यूआईटी थाना क्षेत्र स्थित खिजरपुर गांव में 14 अगस्त को मिले महिला मानव अंगों के टुकड़े के मामले में 25 दिन में यूआईटी थाना पुलिस ने खुलासा करते हुए बड़ी कामयाबी पाई है. बुधवार को पुलिस ने उद्योग इलाके से एक नाले में पड़े हुए सिर को बरामद किया है. मामले का खुलासा करते हुए भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने बताया कि यह प्रकरण काफी चर्चा में रहा और सनसनीखेज भी था. मामले को पूरी तरह से गंभीरता पूर्वक लिया गया और इस प्रकरण का पटाक्षेप किया गया.
वहीं, इस प्रकरण में हर दिन नया मोड़ आता रहा. इसी कड़ी में आरोपी ने हत्या के बाद अपनी पत्नी की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए एक साधारण डाक थाने पर भेजी थी, जिसमें गुमशुदगी दर्ज करानी चाही, लेकिन थाना अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने डाक में लिखे मजमून को गंभीरता से लेते हुए आरोपी तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की.
आरोपी भरतपुर निवासी अमित गुप्ता ने अपने कबूलनामे में बताया कि उसे अपनी पत्नी कोमल गुप्ता के चरित्र पर शक था. पत्नी को मौत के घाट उतारने के लिए उसने एक नशीली दवा खिलाई थी. जब वह पूरी तरह से अचेत हो गई तो उसकी हत्या कर दी. हत्या किए जाने के बाद एक धारदार हथियार से आरोपी ने अलग-अलग टुकड़े किये और 13 अगस्त की रात शरीर को टुकड़ों को खिजरपुर गांव के आसपास अलग-अलग जगह पर फेंक दिए.