अलवर.जिले के एक चूहड़ सिद्ध में पशु बलि देने का मामला (Case of Animal sacrifice in Alwar) सामने आया है. इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो की सूचना मिलने पर पुलिस हरकत में आई. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत पशु क्रूरता अधिनियम में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. साथ ही डिप्टी एसपी और थाना इंचार्ज को पाबंद किया गया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि हर सोमवार को यहां बलि (Animal sacrifice in Alwar) दी जाती है.
राजस्थान पशु एवं पक्षी बली निषेध अधिनियम 1975 के अनुसार संपूर्ण राजस्थान से जुड़े मंदिर और धार्मिक स्थल सहित सार्वजनिक स्थल पर पशु-पक्षी बलि पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध (Ban on Animal sacrifice in Rajasthan) है. उसके बावजूद भी अलवर के सदर थाना अंतर्गत विजय मंदिर चौकी के समीप चूहड़ सिद्ध में हर सोमवार को 40 से 50 बकरों की बलि दिए जाने का मामला सोशल मीडिया के माध्यम से प्रकाश में आया है. इस मामले की जानकारी मिलते ही अलवर प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया.
पढ़ें- पशु बलि के बाद बच्चों ने पिया उसका खून, सनसनी
मामले को लेकर स्थानीय वन्यजीव प्रेमियों का कहना है कि धार्मिक आस्था के नाम पर इस तरह के अंधविश्वास को बढ़ावा दिया जाना गलत है. इस तरह की बलि (Animal sacrifice) रुकनी चाहिए. स्थानीय लोगों ने कहा कि हर सोमवार को यहां यह बलि देने का खेल चलता है. अलवर के अलावा आसपास के जिलों और राज्यों से भी बड़ी संख्या में लोग आते हैं.
अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि जैसे ही मामले की सूचना मिली तुरंत पशु क्रूरता अधिनियम में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू की गई है. इस मामले में डिप्टी एसपी और सदर थाना इंचार्ज को पाबंद किया गया है. साथ ही समिति को भी बुलाया गया है. इस संबंध में जिला कलेक्टर की तरफ से भी नोटिस जारी किए जाएंगे. साथ ही वहां पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी, जिससे प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखी जा सकेगी. उन्होंने कहा कि बलि देने पर रोक है. बलि देना कानूनन अपराध है. ऐसे करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.