अलवर. दिवाली वाले दिन अलवर के चूड़ी मार्केट में भीषण आग लग गई थी. आग ने इतना विकराल रूप धरा कि 25 दुकानों को अपनी चेपट में ले लिया. इस भीषण आग ने करोड़ों के सामान के साथ व्यापारियों से एकमात्र रोजगार का साधन भी छीन लिया. अब व्यापारी अपना अपने परिवार और स्टाफ का गुजारा कैसे करें, उन्हें समझ नहीं आ रहा है.
अलवर के चूड़ी मार्केट में दिवाली के दिन साड़ियों की दुकान में अचानक आग लग गई. देखते ही देखते आग चूड़ी मार्केट की 25 दुकानों में फैल गई. इस घटना में 11 व्यापारियों का करोड़ों का नुकसान हुआ. इस घटना के बाद 11 व्यापारी व उनकी दुकानों पर काम करने वाले 150 से 200 लोग बेरोजगार हो चुके हैं. इस घटना के 3 दिन बाद दुकान संचालकों द्वारा कचरा हटाने व मलबा हटाने की प्रक्रिया शुरू की है.
नगर परिषद क्षतिग्रस्त मकानों को गिराने में जुटी
इस प्रक्रिया में अभी समय लग सकता है. नगर परिषद की तरफ से इस भवन को गिराने का नोटिस स्पा किया गया है. नगर परिषद ने कहा है कि या तो व्यापारी खुद भवन गिराले नहीं तो नगर परिषद की तरफ से भवन गिराने की प्रक्रिया की जाएगी. जिन दुकानों में आग लगी उन दुकानों का पीछे का हिस्सा क्षतिग्रस्त होने के कारण ढह चुका है. जबकि आगे का हिस्सा गिराऊं हो रहा है. क्योंकि लगातार आग की घटना के बाद से कांपलेक्स व दुकानों की दीवार में तरेड़ चल रही है. किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है. बाजार में हजारों की संख्या में महिलाएं व लोग मौजूद रहते हैं. ऐसे में व्यापारियों के तरफ से काम शुरू कर दिया गया है.
पहले लाखों की कमाई, अब बच्चों की फीस चुकाना भी मुश्किल
पीड़ित व्यापारियों का कहना है कि इस घटना के बाद वो पूरी तरह से बेरोजगार हो चुके हैं. परिवार का खर्च चलाने के अलावा लोन की किस्त चुकाना भी जरूरी है. ऐसे में जीवन कैसे चलेगा. यह अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है क्योंकि कॉन्पलेक्स व दुकानों को गिरा कर फिर से बनाने में अभी 5 से 6 माह का समय लग सकता है.
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व्यापारियों का कहना है कि पहले प्रतिमाह लाखों का टर्नओवर रहता है. उस हिसाब से बच्चों की फीस, घर खर्च, राशन बिजली पानी के बिल कर्मचारियों का वेतन सहित कई ऐसे कार्य हैं, जो नहीं हो पाएंगे.