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Published : Apr 14, 2020, 6:46 PM IST

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बहरोड़ में मर गई SDM की मानवता, खाना मांगने गए मजदूरों को किया थाने में बंद

बहरोड़ में SDM से खाना मांगने गए मजदूरों को हवालात की हवा खानी पड़ गई. ये सभी MP और UP के मजदूर हैं. इस मामले में SDM ने कहा कि उन्होंने खाना मांगने पर किसी को गिरफ्तार नहीं किया है.

बहरोड़ न्यूज Behror SDM put laborers in lockup
खाना मांगना मजदूरों को पड़ा भारी

बहरोड़ (अलवर).जिले में मंगलवार को SDM से राशन मांगना गरीब परिवारों को भारी पड़ गया. एसडीएम ने उपखंड अधिकारी कार्यालय पर राशन मांगने गए 12 से अधिक मजदूरों को 2 घंटे के लिए हवालात में बंद कर दिया. वहीं मामला उच्च अधिकारियों के पास पहुंचा तो एसडीएम ने उन्हें थाने से रिहा करवाया.

खाना मांगना मजदूरों को पड़ा भारी

बता दें कि मंगलवार को एसडीएम से राशन मांगने गए मजदूर हवालात पहुंच गए. बहरोड़ में दानदाताओं द्वारा दी जाने वाली राशन वितरण की व्यवथा चरमराई हुई है और असली हकदारों को राशन किट मिलने के बजाय रसूखदारों को बांट कर खाना पूर्ति की जा रही है. वहीं स्थानीय लोगों और सर्व दलों के नेताओं ने भी बहरोड़ एसडीएम की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं.

पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा के बाद सबसे ज्यादा परेशानी मजदूर वर्ग को हो रही है. मजदूरों के सामने रोटी की समस्या है. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कहा कि किसी को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा. इसके लिए राशन सामग्री वितरित की जा रही है. जबकि बहरोड़ में इसका उल्टा देखने को मिला. बहरोड़ में उपखंड अधिकारी कार्यालय पर राशन मांगने गए 12 से अधिक मजदूरों को दो घंटे हवालात में गुजारने पड़े.

सभी मजदूर मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के रहनेवाले

आपको बता दें कि सभी मजदूर राशन लेने के लिए SDM कार्यालय के सामने खड़े थे कि तभी बहरोड़ उपखंड अधिकारी संतोष कुमार मीणा वहां आ गए. जिसके बाद मजदूरों को एक जगह इक्कठा देख पुलिस को बुलाकर थाने भिजवा दिया. ये सभी मजदूर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, जो बहरोड़ में रहकर दिहाड़ी पर मजदूरी करते हैं.

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वहीं ये मामला मीडिया में आ जाने से अधिकारी सकपका गए और आनन-फानन ही थाना प्रभारी ने उच्च अधिकारियों से बात कर सभी मजदूरों को पुलिस थाने से बाहर भेज दिया. जब इस मामले में संतोष कुमार मीणा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि खाना मांगने पर किसी को गिरफ्तार नहीं किया है. जबकि लॉकडाउन में एक जगह इक्कठे नहीं होने के आदेश था. जबकि ये सभी लोग एक जगह पुलिस थाने के बाहर जमा थे. साथ ही बहरोड़ में कोई भी भूखा नहीं है. सभी को राशन दिया जा रहा है.

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